बिहार में किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए अब कृषि फीडर से सीधे नलकूपों में बिजली उपलब्ध करायी जायेगी। राज्य के कृषि मंत्री डा. प्रेम कुमार ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि बिहार में किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 50 हजार करोड़ की एक महत्वाकांक्षी योजना तैयार की गई है। किसानों के खेतों तक सिंचाई सुविधा पहुंचाने के लिये अब कृषि फीडर से नलकूपों में बिजली लाईन दी जायेगी। कृषि विकास और किसानों की आय को दोगुनी करने के उद्देश्य से सरकार ने 21 हजार 662 करोड़ रुपये का कृषि बजट बनाया है। उन्होंने कहा कि बिहार मे कृषि विकास के लिए तीसरे कृषि रोड मैप बनाये गये है।
श्री कुमार ने कहा कि कृषि रोड मैप में जैविक खेती, जोतों की चकबंदी, सहकारिता के आधार पर सोसाइटी के माध्यम से किसानों को मार्केटिंग की सुविधा पर विशेष जोर दिया गया है। जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए बिहार के प्रत्येक जिलों मे जैविक ग्राम बनाये जायेंगे।
बाद मे कृषि मंत्री डा.प्रेम कुमार ने समस्तीपुर जिले के बिरौली स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र मे आयोजित विश्व मृदा दिवस कार्यक्रम को भी संबोधित किया। कार्यक्रम में कृषि मंत्री ने जिले के करीब 300 किसानों के बीच स्वायल हेल्थ कार्ड का वितरण किया। कार्यक्रम को बिरौली कृषि विज्ञान केन्द्र के समन्वयक डा.आर. के. तिवारी, आत्मा के परियोजना निदेशक कृष्णकांत मिश्रा, मृदा के सहायक निदेशक ओम प्रकाश मिश्रा और जिला कृषि पदाधिकारी चन्द्रशेखर सिंह ने भी संबोधित किया।