गृह मंत्रालय ने गैर सरकारी संगठनों को मनमाने ढंग से विदेशी अंशदान नियमन अधिनियम के तहत नोटिस भेजने वाले अपने अवर सचिव आनंद जोशी को निलंबित कर दिया है। मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई ) द्वारा आनंद जोशी को गिरफ्तार किये जाने के मद्देनजर उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है।
उन पर आरोप है कि उन्होंने इन संगठनों को ये नोटिस अपने वित्तीय लाभ के लिए मनमाने ढंग से जारी किये थे। आनंद जोशी को अपने आवास से गायब हो जाने के बाद रविवार को गिरफ्तार किया गया था । जांच एजेन्सी ने उसी दिन उनके घर से कुछ ऐसी फाइलें बरामद की थी, जो उनके आफिस के काम से संबंधित नहीं थी। सीबीआई ने गत 11 मई को जोशी को पूछताछ के लिए बुलाया था ,लेकिन उनके सीबीआई कार्यालय नहीं पहुंचने पर जब उनकी पत्नी से उनके बारे में पूछा गया तो पता चला कि वह कहीं चले गये हैं। गृह मंत्रालय से कुछ फाइलों के गायब होने का मामला प्रकाश में आने के बाद जोशी शक के दायरे में आये थे। इनमें सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड के संगठन से जुडी फाइल भी शामिल थी। आनंद जोशी ने उन पर लगाये गये आरोपों को खारिज करते हुए एक अन्य वरिष्ठ अधिकारी पर इस मामले में आरोप लगाया था।