मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आम बजट में कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में की गई घोषणाओं का स्वागत किया है। श्री कुमार ने संसद में पेश वित्त वर्ष 2018-19 के आम बजट पर पत्रकारों से बातचीत में केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली के बजट भाषण की तारीफ की। उन्होंने कहा कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के कारण पूरा बजट भाषण नहीं सुन पाया, लेकिन कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में श्री जेटली का बजट भाषण जरूर सुना, इसके लिए मैं उन्हें बधाई देता हूं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री जेटली ने बजट भाषण में कृषि क्षेत्र के लिए घोषणा की है कि इस वर्ष से खरीफ फसल पर जो लागत खर्च है, उस पर अतिरिक्त 50 प्रतिशत जोड़कर यानि लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य तय की जायेगी, जो स्वागतयोग्य है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में दस करोड़ परिवारों अर्थात 50 करोड़ लोगों को चिकित्सा के लिए पांच लाख रुपये तक मदद देने की बात कही है, जो बहुत बड़ी पहल है। श्री कुमार ने कहा कि बजट में कृषि, शिक्षा और स्वास्थ्य के लिये की गयी पहल काफी हद तक सही है और इसका असर जल्द ही देखने को मिलेगा।
उधर उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि है कि बजट गांव, गरीब, किसान, जन स्वास्थ्य, वरिष्ठ नागरिक, महिला, नौकरी पेशा लोगों व लघु उद्योगों के लिए समर्पित है, जिससे बिहार जैसे राज्य को सर्वाधिक लाभ मिलेगा। भाजपा के घोषणा पत्र के अनुरूप फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य को डेढ़ गुना करने, 50 करोड़ लोगों को 5 लाख तक का सालाना मुफ्त इलाज की सुविधा से बिहार के किसानों व गरीबों को सबसे अधिक लाभ मिलेगा। पशु पालन, मछलीपालन करने वाले किसानों को क्रेडिट कार्ड देने के प्रस्ताव, पशुपालन व मत्स्य पालन के आधारभूत संरचना के विकास के लिए 10 हजार करोड़ के प्रावधान तथा किसानों के कर्ज के लिए 11 हजार करोड़ के फंड का सर्वाधिक लाभ बिहार को मिलेगा।