उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एक बार फिर केंद्र और मीडिया को निशाने पर लिया है. उन्होंने महाराष्ट्र सरकार में सहयोगी दल शिवसेना द्वारा मोदी सरकार पर उठाये सवाल के संदर्भ में कहा कि हमारी झींक पर भी ख़बर बनती है, लेकिन इनके सहयोगी का गाली-गलौज भी कभी TVकी ख़बर नहीं बनता? क्यो? सोचिए, समझिए, विचारिए?
नौकरशाही डेस्क
उल्लेखनीय है कि सोमवार को प्रकाशित शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया कि नोटबंदी के अलावा सरकार ने कुछ भी नया नहीं किया. नरेंद्र मोदी सरकार ने पूर्व संप्रग सरकार द्वारा शुरू की गई परियोजनाओं का सिर्फ उद्घाटन करने या उनका नाम बदलने का ही काम किया है. उसने अपने तीन साल के शासन में नोटबंदी को छोड़कर कुछ भी उपलब्धि हासिल नहीं की है. केंद्र सरकार के तीन साल पूरे होने पर मनाए गए जश्न में क्या वे आम आदमी और किसान भी शामिल थे, जो नोटबंदी की मार सबसे ज्यादा झेलने वाले लोगों में थे.
इसी खबर के आधार पर तेजस्वी ने केंद्र की सरकार को घेरा है. वहीं उन्होंने ट्वीटर पर अपने एक अन्य ट्वीट में उत्तर प्रदेश कु मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ पर भी हमला किया है. तेजस्वी ने लिखा है कि योगी-सन्यासी तो नशे-विषय से कोसों दूर रहते है. पर योगी की मंत्री बिना लाइसेंस वाले बीयर बार का उद्घाटन कर रही है. ग़ज़ब योगी है भाई. गौरतलब है कि सोमवार को ही योगी सरकार की एक मंत्री स्वाति सिंह ने लखनऊ में ‘बी द् बीयर’ शॉप का उद्घाटन किया था.
तेजस्वी ने बिहार भाजपा के नेता सुशील कुमार मोदी पर भी ट्वीटर वार किया. उन्होंने लिखा कि अपने काले कारनामे छुपाने के लिए सुमो दूसरों का नाम जपते है, ताकि उस शोर में इनके परिवार की रियल इस्टेट कंपनियों के काले चिट्ठे छिपे रहे. बता दें कि सुशील कुमार मोदी ने ही लालू प्रसाद और उनके परिवार के खिलाफ बेनामी संपत्ति, जमीन घोटाला आदि का आरोप लगा कर मोर्चा खेल रखा है.