बिहार विधानसभा की लोक लेखा समिति के सभापति और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नंदकिशोर यादव ने नीतीश सरकार पर केन्द्र की गरीब कल्याण योजनाओं की जानकारी आम लोगों को नहीं देने का आरोप लगाते हुए आज कहा कि अब भाजपा कार्यकर्ता गांवों में चैपाल लगाकर इससे जन-जन को अवगत करायेंगे।
श्री यादव ने यहां कहा कि बिहार सरकार एक ओर जहां बिजली बिल में लिखती है कि सरकार इसमें कितना सब्सिडी दे रही है लेकिन गरीबों को मिलने वाले चावल और गेहूं में भारत सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी की जानकारी लोगों को नहीं दे रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में जन वितरण प्रणाली की दुकान से मिल रहे 32.64 रुपये प्रति किलोग्राम चावल में29.64 रुपये केन्द्र सरकार सब्सिडी देती है। इसके कारण ही चावल तीन रुपये प्रति किलो की दर से दिया जाता है।
भाजपा नेता ने कहा कि इसी प्रकार गेहूं में 22.09 रुपये की सब्सिडी केन्द्र सरकार प्रदान कर रही है। 24.09 रुपये प्रति किलो की दर से मिलने वाला गेहूं उपभोक्ताओं को दो रुपये प्रति किलो की दर से मिलता है। लेकिन, राज्य सरकार केन्द्र सरकार की इस उदारता की कहीं चर्चा तक नहीं करती। पीडीएस की दुकानों पर टंगे बोर्ड में इसका उल्लेख तक नहीं है। श्री यादव ने कहा कि केन्द्र सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति संरक्षण मंत्रालय की ओर से एक माह पूर्व ही पत्र लिखकर यह कहा गया है कि सभी खाद्य आपूर्ति की दुकान में बोर्ड लगाकर राज्य सरकार यह दर्शाये कि इसमें केन्द्र सरकार कितना सब्सिडी देती है। एक माह बीत चुके हैं लेकिन राज्य सरकार की ओर से इस दिशा में अब तक कोई पहल नहीं की गयी है। उन्होंने कहा कि जगजाहिर है कि ऐसा होने से श्री कुमार के गरीब कल्याण की डपोरशंखी घोषणाओं की कलई खुल जायेगी।