रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने रेलवे को देश के विकास के लिए महत्वपूर्ण बताया और कहा कि राष्ट्र की ‘लाईफलाइन’ कही जाने वाली रेलवे के चौमुखी विकास के लिए केन्द्र ने इसमें निवेश की सीमा बढ़ाकर सवा लाख करोड़ रुपये कर दिया है।
श्री सिन्हा ने गया रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में गया जंक्शन पर बने विस्तारित प्लेटफार्म संख्या आठ एवं नौ पर नवनिर्मित पैदल उपरी पुल एवं डीलक्स शौचालय और डिहरी-ऑन- सोन स्टेशन पर बने उच्चीकृत प्लेटफार्म संख्या-एक का रिमोट से उद्घाटन करने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारतीय रेल को सामान्य व्यक्ति के परिवहन का साधन मानते हैं। रेल में श्री मोदी की विशेष रुचि है। यही वजह है कि केन्द्र ने भारतीय रेल में निवेश बढ़ाने का कार्य किया है। वर्ष 2014 के पूर्व यदि पांच वर्ष का आंकड़ा लिया जाए तो रेलवे में 48 हजार करोड़ रुपये का निवेश होता था, जिसे बढ़ाकर करीब सवा लाख करोड़ रुपये कर दिया गया है।
रेल राज्य मंत्री ने कहा कि रेलवे को लेकर प्रधानमंत्री की विशेष रुचि के कारण देश भर में वर्षो से लंबित अनेकों परियोजनाएं पिछले तीन साल में पूरी हुई हैं। बिहार को वर्ष 2014 से पहले 1100 करोड़ रुपये प्रति वर्ष विभिन्न परियोजनाओं के लिए मिलते थे, जो अब बढ़कर लगभग 3700 करोड़ के आसपास पहुंच गया हैं। यानी 226 प्रतिशत की वृद्धि हुई हैं।