बिहार सरकार ने आज कहा कि कैंसर रोग की पहचान के साथ ही इसके आधुनिकतम निदान की व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिये सरकार गंभीर है और इस दिशा में प्रयास किये जा रहे हैं । पथ निर्माण मंत्री सह प्रभारी स्वास्थ्य मंत्री नंद किशोर यादव ने विधान परिषद में भारतीय जनता पार्टी के रजनीश कुमार के एक ध्यानाकर्षण के जवाब में कहा कि सरकार कैंसर रोग की पहचान के साथ-साथ इसके आधुनिकतम निदान की व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिये गंभीर है । इस दिशा में कई प्रयास किये जा रहे हैं । उन्होंने कहा कि कैंसर बीमारी का पता यदि प्रारंभिक अवस्था में ही चल जाये तो इसका इलाज सरल है ।
श्री यादव ने कहा कि इसके लिये राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा चिकित्सकों का प्रशिक्षण महावीर कैंसर संस्थान पटना में कराया जा चुका है , ताकि स्वास्थ्य संस्थानों में आ रहे मरीजों की प्रारंभिक जांच कर इसका पता लगाया जा सके । टाटा ट्रस्ट के संयुक्त तत्वाधान में राज्य में कैंसर रजिस्ट्री का एक विस्तृत दिशा- निर्देश तैयार किया गया है जिसे प्रथम चरण में प्रमुख स्वास्थ्य संस्थानों में लागू किया जायेगा ,जिससे मरीजों की पहचान कर विभिन्न स्तरों पर उनका इलाज कराया जा सकेगा ।
मंत्री ने कहा कि कैंसर रोग में तम्बाकू एक प्रमुख कारण है । राज्य में तम्बाकू नियंत्रण की दिशा में भी आवश्यक प्रयास किये गये हैं और इस संबंध में अब तक मिले परिणाम काफी बेहतर रहे हैं । पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान , शेखपुरा में कैंसर रोग की पहचान एवं चिकित्सा की व्यवस्था पहले से ही है और अब इसमें राज्य कैंसर संस्थान स्थापित करने के लिये एक सौ बीस करोड़ रूपये की योजना स्वीकृत है जिसमें केन्द्र सरकार 90 करोड़ एवं राज्य सरकार 30 करोड़ रूपये देगी ।