मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने आज पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला बोला और कहा कि नीतीश कुमार को अपेक्षा थी कि हम उनके लिए रबड़ स्टाम्प बने रहेंगे। लेकिन जब हमने ऐसा करने से इंकार कर दिया तो उन्होंने मुझे सीएम पद से हटाने के लिए साजिश करनी शुरु कर दी।
नौकरशाही ब्यूरो
आज पटना में नीतीश कुमार के आरोपों को जवाब देने के लिए बुलायी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जीतनराम मांझी ने जमकर हमला किया। उन्होंने कहा कि हमने ऐसा कोई काम नहीं किया, जिससे पार्टी को नुकसान हो। हमारे कामों और निर्णयों से पार्टी का जनाधार बढ़ रहा था। यही हमारी गलती थी। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने हमें सीएम बनाकर महागलती की थी, क्योंकि उनको अपेक्षा थी कि हम रबर स्टांप बने रहेंगे। यदि उनको यह मालूम होता कि हम खुद भी कार्य करने में सक्षम हो सकते हैं तो हमें सीएम बनायी ही नहीं जाता।
ठेकेदारी के रूप में जमींदारी शहरों तक पहुंची
श्री मांझी ने कहा कि पूरा तंत्र बिचौलियों से घिरा हुआ है। कैबिनेट मंत्रियों व सचिवालय तक बिचौलिये हावी हैं। हमने जब बिचौलियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की तो वह हमारे ही खिलाफ नीतीश कुमार को दिग्भ्रमित करने लगे और स्थिति यहां तक पहुंच गयी। उन्होंने कहा कि ठेकेदारी के रूप में जमींदारी शहरों तक आ गयी है। इसलिए हमने ठेकेदारी में आरक्षण देकर दलितों तक उसका लाभ पहुंचाना चाहा। उन्होंने साफ शब्दों में हम किसी विधायक को जीतवाने का जिम्मा नहीं ले रहे हैं। विधान सभा में हम अपना पक्ष रखेंगे और विधायकों से अंतरात्मा के आधार पर वोट मांगेंगे। यदि बहुमत हमारे साथ नहीं हुआ तो हम पद छोड़ देंगे। श्री मांझी ने कहा कि हम स्वाभिमान बेच कर राजनीति नहीं करते हैं। स्वाभिमान की रक्षा के लिए हम कुछ भी करने के लिए तैयार हैं।