मुख्यमंत्री कार्यालय ने कैबिनेट विस्तार की संभावना से फिलहाल इंकार किया है। सीएमओ के एक वरीय अधिकारी ने मांझी सरकार में राजद व कांग्रेस के शामिल होने की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि अभी इस तरह कोई बात नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री फिलहाल वर्तमान मंत्रिमंडल के सहयोगियों से बेहतर परिणाम देने की कोशिश कर रहे हैं।
बिहार ब्यूरो प्रमुख
विधानसभा उपचुनाव में राजद, जदयू व कांग्रेस गठबंधन की जीत के बाद नेताओं का उत्साह चरम पर है। लोकसभा चुनाव में इन दलों की पराजय के बाद बिहार की राजनीति ने नयी करवट ली और 20 वर्षों की दुश्ममनी भूल कर राजद व जदयू एक हो गए। लालू यादव व नीतीश कुमार एक मंच पर आए और विधानसभा उपचुनाव में साझा प्रचार भी किया। इन दोनों नेताओं ने पांच विधानसभा क्षेत्रों में संयुक्त सभाएं की और जिसमें से तीन विधानसभाओं नरकटियागंज, हाजीपुर व मोहनियां में गठबंधन को हार का सामना करना पड़ा। हालांकि गठबंधन दस में से 6 सीट जीतने में सफल रहा था।
इस जीत ने राजद व कांग्रेस नेताओं का मनोबल बढ़ा दिया है। अब वे बाहर से सत्ता का मट्ठा पीने के बजाए अंदर आकर सत्तार की मलाई के लिए बेचैन हो गये हैं। चाहे-अनचाहे वह अपनी इच्छाा भी जाहिर करते रहते हैं। यही वजह थी कि आज यह बात चर्चा में रही कि जीतनराम मांझी सरकार में राजद व कांग्रेस को शामिल किया जा सकता है। लेकिन सीएमओ ने सरकार विस्तार की संभावना से इंकार कर ऐसी चर्चा पर विराम लगा दिया है।