कैराना में हिंदुओं के पलायन का दावा करने वाले भाजपा सांसद हुक्म सिंह न सिर्फ पलटी मारते नजर आ रहे हैं बल्कि उन्होंने कहा है कि उनकी लिस्ट में गड़बड़ी है तो उन्हें माफी मांगने में परहेज नहीं है.
गौरतलब है कि हुक्म सिंह ने कैराना के 346 परिवारों की सूची जारी करते हुए कहा था कि वे मुसलमानों के डर से कैराना छोड़ कर चले गये हैं. इसके बाद एनडीटीवी इंडिया पर कैराना का #ViralJhooth दिखाया गया. एनडीटीवी ने अपनी इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट में रैंडम सर्वे किया और पाया कि कई परिवार मजे में अब भी कैराना में रह रहे हैं और उन्हें वहां कोई दिक्कत नहीं है.
लेकिन जब हुक्म सिंह का यह झूठ उजागर हो गया तो वह अपने बयान से पलटते नज़र आ रहे हैं. आज उन्होंने एनडीटीवी के हिमांशु शेखर मिश्र से बातचीत में साफ किया कि यह पूरा मामला सांप्रदायिक नहीं बल्कि अपराधियों से जुड़ा हुआ है।
उन्होंने कहा कि यह लिस्ट उनके कार्यकर्ताओं ने तैयार की थी और अगर प्रशासन को इसमें कोई गलती लगती है तो वह अपनी लिस्ट जारी करें और जब तक नई लिस्ट सामने नहीं आ जाती वह अपने 346 लोगों की लिस्ट पर कायम हैं।
हुकुम सिंह ने कहा कि जानबूझकर सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है। कैराना में हिन्दू-मुस्लिम समस्या नहीं है। असल में कैराना में अपराधियों का आतंक है। कैराना में पुलिस प्रशासन पूरी तरह विफल है।
लिस्ट में गड़बड़ी पर हुकुम सिंह ने कहा कि प्रशासन ऐसे पीड़ित परिवारों की सूची क्यों नहीं जारी करता। प्रशासन कोई सूची जारी करे तभी तो जवाब दूंगा। मेरे पास कोई मशीनरी नहीं, कार्यकर्ताओं ने सूची तैयारी की है। हो सकता है इस लिस्ट में कोई ग़लती हुई हो। ग़लती सामने आई तो मैं मान लूंगा। अब भी मैं 346 लोगों की अपनी सूची पर बरक़रार हूं। सूची का खंडन मिलने के बाद ही मैं इससे हटूंगा।