राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज कहा कि दुनिया में लोकतंत्र बहुत हंगामेदार होता जा रहा है और भारत में अन्य देशों की तुलना में यह हंगामा और भी अधिक है,लेकिन इससे जो मुद्दे उभरते हैं, उनसे जनता का भला होता है। श्री मुखर्जी ने राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी की पुस्तक ‘सिटीजन एंड सोसाइटी’ का विमोचन करने के बाद यह विचार व्यक्त किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौजूद थे।
उपराष्ट्रपति की पुस्तक का लोकार्पण
श्री मुखर्जी ने श्री अंसारी को उनकी पुस्तक के लिए बधाई दी। पुस्तक में विभिन्न विषयों पर श्री अंसारी के व्याख्यान संकलित हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें अक्सर पुस्तकें मिलती हैं, लेकिन उनके लिए यह विशेष है क्योंकि वह श्री अंसारी को वर्षों से केवल उपराष्ट्रपति के रूप में नहीं बल्कि इस महान देश के एक विद्वान, राजनयिक और जागरूक नागरिक के रूप में भी जानते हैं।
उन्होंने कहा कि जब श्री अंसारी ने अपने पहले कार्यकाल के लिए शपथ ली थी, उस समय मीडिया ने उनसे पूछा था कि क्या वह राजनीतिक मामलों में रुचि नहीं लेने वाले व्यक्ति हैं। इस पर उनका जवाब था कि कोई व्यक्ति अराजनीतिक नहीं हो सकता। एक नागरिक के रूप में उसे लोकविषयों में दिलचस्पी लेनी चाहिए।
श्री मुखर्जी ने कहा कि यह पुस्तक नागरिक के रूप में हमारे दायित्वों का स्मरण कराती है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र दुनिया में हंगामेदार होता जा रहा है और भारत में यह हंगामा ज्यादा है लेकिन इससे जो मुद्दे उभरते हैं, उनसे जनता का भला होता है। श्री अंसारी ने पुस्तक में इस तथ्य को स्पष्टता के साथ रखा है। इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कपड़ा मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी, युवा मामले और खेल राज्य मंत्री विजय गोयल भी उपस्थित थे।