कोबरा पोस्ट के कोहराम मचा देने वाले स्टिंग ऑप्रेशन के बाद अब बैंकों में खलबली है. पता चला है कि एक्सिस बैंक आज किसी भी समय अपने दस अधिकारियों को बर्खास्त करने की घोषणा कर सकता है.
इससे पहले आईसीआईसीआई ने अपने 18 अधिकारियों को बर्खास्त कर दिया था.
ध्यान रहे की अनिरुद्ध बहल के नेतृत्व वाली खोजी पत्रकारों की टीम ने निजी क्षेत्र के तीन बैंक- आईसीआईसीआई, एचडीएफसी और एक्सिस बैंक के अनेक ब्रांचों पर काले धन को सफेद करने के लिए बैंकिग नियमों को धता बता कर पैसे जमा करने का रहस्योद्घाटन किया था. कोबरा पोस्ट ने यह भी दावा किया था के ये तीनों बैंक करोड़ों रुपये अपने यहां जमा कराते हैं और अपने माध्यम से ये रकम विदेशों तक पहुंचा दिया जाता है.
इस रिपोर्ट के बाद निजी बैंकों के कामकाज और पार्दशिता पर गंभीर सवाल खड़े हो गये हैं.
इस खबर के उजागर होने के बाद अपनी साख बचाने के लिए एचडीएफसी बैंक ने अमरचंद मंगलादास एंड सुरेश ए श्राफ एंड कम्पनी से ऑडिट कराने का फैसला लिया है. एचडीएफसी बैंक ने ऑडिट करने वाली इस कम्पनी के अलावा अपने अधिकारियों से भी जांच करा रहा है.
लेकिन बैंकिंग सेक्टर पर पैनी नजर रखने वाले विशेषज्ञों का कहना है कि बैंकों में गैरकानूनी कामकाज प्रबंधन के स्तर से ही शुरू होता है. निचे के अधिकारी तो महज उन अघोषित आदेशों का पालन करते हैं.
इधर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने अपने स्तर से भी मामले की तहकीकात कर रहा है.