केंद्रीय रेल और कोयला मंत्री पीयूष गोयल ने कोयले की गुणवत्ता की निगरानी के लिए उत्तम ऐप लांच किया. उत्तम का अर्थ है – पारदर्शिता लाने के लिए खनन द्वारा प्राप्त कोयले का तीसरे पक्ष के द्वारा मूल्यांकन (अनलॉकिंग ट्रांसपेरेसी बाई थर्ड पार्टी एसेसमेंट ऑफ माइंड कोल) – uttam.coalindia.in. कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने उत्तम ऐप को विकसित किया है.
नौकरशाही डेस्क
इसका उद्देश्य है – सीआईएल के सभी सहायक कंपनियों में तीसरे पक्ष के द्वारा नमूना प्रक्रिया की सभी नागरिको तथा कोयला उपभोक्ताओं द्वारा निगरानी करना. उत्तम ऐप, कोयले की पारस्थितिकीय तंत्र में जवाबदेही, पारदर्शिता, प्रभावशीलता और कार्यकुशलता सुनिश्चित करता है. उत्तम ऐप कोयले की गुणवत्ता की निगरानी प्रक्रिया में पारदर्शिता और कार्य कुशलता सुनिश्चित करने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग का उदाहरण है.
उत्तम ऐप की मुख्य विशेषताएं – नमूना प्रक्रिया का कवरेज, सहायक कंपनियों के अनुसार गुणवत्ता मापदंड, घोषित बनाम विश्लेषित जीसीवी (ग्रॉस कैलोरिफिक वेल्यू), कोयले की गुणवत्ता के मामले में शिकायतें, नमूने की मात्रा तथा कोयले का आयात.
कोयला मंत्रालय ने आज एक कार्यशाला का आयोजन किया। इसमें “भविष्य में कोयले की मांग” विषय पर एक अध्ययन के लिए आदेश दिया गया. इसके अंतर्गत “कोयला विजन 2030” भी तैयार किया जाएगा.