त्रिपुरा के एक स्कूल की परीक्षा में छात्रों से प्रश्न पूछा गया कि कांग्रेस, माकपा, बीजेपी और बसपा में सांप्रदायिक दल कौन है? इससे मचे बवाल के बाद सरकार ने पुस्तक वापस लेने की घोषणा कर दी है.
त्रिपुरा के माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 11वीं की राजनीति विज्ञान की पुस्तक में भारतीय जनता पार्टी को साम्प्रदायिक पार्टी बताया गया है. इसके खिलाफ भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ ने चुनाव आयोग से शिकायत की थी. लेकिन अब राज्य सरकार ने किताब को वापस लेने का फैसला किया है.
बीजेपी की शिकायत पर त्रिपुरा माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (टीबीएसई) ने इसे तथ्यात्मक गलती बताते हुए किताब को वापस लेने का फैसला किया है.
इस किताब में बीजेपी के अलावा, मुस्लिम लीग, हिंदू महासभा और शिवसेना को सांप्रदायिक पार्टी बताया गया है.
किताब में कहा गया है कि बीजेपी जैसी पार्टियों का गठन धर्म के आधार पर नहीं हुआ, लेकिन सत्ता में आने के लिए वे सांप्रदायिकता का सहारा लेती हैं.