फेसबुक वाले मार्क जुकर्बर्ग को तो आप जानते हैं. पर एलेक्जंडर निक्स को नहीं. ब्रिटेन के चैनल4 की एक खोजी रिपोर्ट ने भारत समेत दुनिया को हिला दिया है. जो बताती है कि निक्स ने सेक्स वर्कर्स, पूंजी व फेसबुक की मदद से चुनावी जीत के लिए कैसे खेल खेला गया.
इस व्यक्ति को गौर से देखिए. एलेक्जेंडर निक्स नाम है इनका. कैम्ब्रिज एनालिटिका नामक डेटा कम्पनी के प्रमुख हैं. इन्होंने डोनाल्ड ट्रम्प की जीत का सेहरा खुद को दिया था. चैनल 4 नामक न्यूज चैनल ने इनकी एक ऐसी स्टोरी उजागर की है जिसमें यह स्वीकार कर रहे हैं कि यह राजनेताओं को कम्प्रमाइजिंग सिचुएशन में फिल्म बना लेते हैं.
इसके लिए अथाह पूंजी और युक्रेनिय तवायफों का सहारा लेते हैं. दुनिया भर के अनेक देशों के चुनावों में इन्होंने ऐसे कारनामे किये हैं. फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म के माध्यम से लोगों के पर्सनल डाटा का इस्तेमाल करके किसी भी देश के चुनाव को प्रभावित करने की महारत इनकी कम्पनी को हासिल है.
आप सुबह से भारत में कैम्ब्रिज एनेलिटिका पर जो हंगामा सुन रहे हैं. उस हंगामे को समझने के लिए यह जानकारी जरूरी है. भारत की कुछ पार्टयां भी इस कम्पनी के गंदे खेल का हिस्सा बनी हैं. भाजपा वाले कांग्रेसियों पर इल्जाम लगा रहे हैं और कांग्रेसी भाजपाइयों पर.
आज सुबह से जो ये हंगामा चल रहा है उसका सबसे बुरा असर मार्क जुगर्बर के मालिकाना वाले फेसबुक पर पड़ा है. उसके शेयर भाव में 14 प्रतिशत तक की गिरावट हो गयी है. 2014 से अब तक की सबसे बड़ी गिरावट. कम्पनी कह रही है कि वह कोई गलत काम नहीं करती. पर खुदा जाने इसने अपने कितने करोड़ लोगों के पर्सनल डाटा को बेचा होगा कैम्ब्रिज एनालिटिका से. पैसा है भाई. पैसा सब कुछ नहीं तो बहुत कुछ करवा के दम लेता है.
निक्स और जुकर्बर्ग दोनों ने इस खेल में संलिप्तता से पहले इनकार किया. उधर फेसबुक के मालिक जुकर्बर्ग ने आज एक बयान में कहा है कि ‘यह हमारी जिम्मेदारी है कि वह फेसबुक के करोड़ों यूजर्स की निजी जानकारियों की सुरक्षा करें. अगर हम ऐसा नहीं कर सकते तो हम आपकी सेवा के लिए डिजर्व नहीं करते’
बस आज इतना ही जानिये. आगे की गुत्थियां खुद ही सुलझती चली जायेंगी.