एनडीए में सीटों के बटवारे पर आपसी रुसाफुली के बीच पीएम मोदी ने पासवान, मांझी और उपेंद्र को बीती रात बारी बारी से फोन क्या लगाया सभी दलों के बीच की रंजिश खत्म हो गयी.
भाजपा के अन्य नेताओं के अनुसार चुनाव की घोषणा के बाद भी भाजपा और सहयोगी दलों के बीच सीटों को लेकर आम सहमति नहीं हो रही थी. हालात यहां तक पहुंच गये थे कि बिहार भाजपा के चुनाव प्रभारी अनंत कुमार, प्रभारी भूपेंन्द्र यादव और अध्यक्ष अमित शाह के बीच कई दौर की बात चली फइर भी सहयोगी दलों के आपसी खीचतान से बात नहीं बन पा रही थी.
सहारा खबर के अनुसार सहयोगी दलों के दबाव से परेशान होकर अंनत कुमार और शाह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से चर्चा की. सहारा के अनुसार इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देर रात ही लोजपा के रामविलास पासवान, रालोसपा के उपेन्द्र कुशवाह और हम के जीतनराम मांझी को फोन किया.
मोदी के एक फोन के बाद ही तीनों नेताओं के तेवर ढीले पड़े और तीनों ने माना कि भाजपा अध्यक्ष जो तय करेंगे वह हमें मंजूर होगा.
भाजपा अपने मिशन 185 को ध्यान में रखकर 165-70 पर लड़ सकती है और बची हुई सीटों को सहयोगी दलों के लिए छोड़ेगी. इसमें 40-42 सीट एलजेपी, 18-20 आरएलएसपी और 15 के आसपास मांझी के हम को दिये जाने की संभावना है.