यह तस्वीर बिहार के एक आईएएस की पत्नी की है जो पूजा हवन करने के दौरान आग की लप्टों की शिकार हो गयीं और जिन्हें झुलसने से बचा लिया गया. पर खबर इतनी सी नहीं है. विनायक विजेता की खबर
खबर यह है कि वह पूजा के लिए जिस कार से आयीं थी वह लगभग एक करोड़ रुपये की बीएमडब्लू थी. लोगों ने आग तो बुझा दी. हमारी पूरी संवेदना इनके साथ है और हम उन्हें बचाने का काम करने वालों को धन्यवाद देते हैं.
पर वहां मौजूद लोग दंग इस बात को ले कर हुए कि निगरानी और आर्थिक अपराध इकाई के तमाम दावों के बावजूद एक आईएएस की पत्नी बीएमडब्लू पर घूमती हैं और उनके खिलाफ भ्रष्टाचार अथवा आमदनी से अधिक की सम्पत्ति अर्जित करने का कोई मामाला नहीं दायर किया जाता जबिक छोटे और मझौले अधिकारी नियमित अंतराल पर हवालात भेजे जाते हैं. खैर…
मामला बीते 28 मई का है. एक आईएएस अधिकारी की पत्नी बट-सावित्री पूजा करने के लिए लगभग एक करोड़ रुपये मूल्य वाली अपनी बीएमडब्ल्यू कार से पटना के बोरिंग रोड चौराहा स्थित एक मंदिर के पास पहुंचीं जहां स्थित बरगद के पेड़ के पास पूजा-अर्चना और धागा बांधने के बाद वह पास के मंदिर में हवन करने चली गईं जहां हवन के दौरान उनकी साड़ी में आग लग गई.
मंदिर में मौजूद अन्य श्रद्धालु महिलाओं और पुजारियों के सहयोग से उनकी साड़ी में लगी आग को बुझाया गया और उन्हें उनकी बेशकिमती बीएम डब्ल्यू कार में बैठा वापस भेजा गया.
एक ओर निगरानी और आर्थिक अपराध इकाई विभाग जहां सरकारी अधिकारियों की नाजायज कमाई पर नजर रखने और उनपर कार्रवाई करती रही है वहीं दूसरी ओर इन दोनों विभागों के आलाअधिकारियों की इसपर नजर नहीं है कि आखिर कौन ऐसे आईएएस अधिकारी हैं जिनकी पत्नी ही लगभग एक करोड़ रुपये मूल्यवाली गाड़ी पर घूमती हैं.
सूत्रों के अनुसार उक्त अधिकारी का शिवपूरी में एक आलीशान मकान भी है.