वर्ष के आखिरी दिन यानी 31 दिसम्बर को यह खबर आपको अविश्वसनीय लग सकती है पर सूत्रों की मानें तो मीसा भारती का खरमास समाप्त होते ही बिहार की उप-मुख्यमंत्री बनना तय है।
विनायक विजेता
हालांकि पार्टी आधिकारिक तौर पर अभी इस की घोषणा करने से कतरा रही है.
हालांकि डा. मीसा भारती अभी किसी सदन की सदस्य नहीं हैं पर छह माह तक किसी सदन का सदस्य न होने पर भी उन्हें मंत्री पद दिया जा सकता है। उन्हें अपने पद पर बने रहने के लिए छह माह के अंदर किसी भी सदन का सदस्य बनना जरुरी है।
विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार मीसा भारती की राह का आसान करने के लिए उनकी मां और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी या लालू यादव के नीजी सहायक से एमएलसी बने भोला यादव में से कोई अपने एमएलसी पद से त्यागपत्र दे सकता है।
ज्यादा संभावना राबड़ी देवी के ही त्यागपत्र देने की है ताकि समाज और राजनीतिक हलकों में यह संदेश जा सके कि लालू यादव ने परिवारवाद को ज्यादा प्रश्रय नहीं दिया और न ही पने परिवार के ज्यादा लोगों को राजनीति में तरजीह दी।
माना यह भी जा रहा है कि मीसा भारती के उपमुख्यमंत्री बनने के बाद राबड़ी देवी सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लेंगी और अपना पूरा ध्यान अपने परिवार पर देंगी। खरमास बाद होने वाले मंत्रीमंडल विस्तार में राजद कोटे से कुछ और विधायकों को मंत्री बनाए जाने की संभावना है। ऐसे लोगों में बेलागंज के विधायक सुरेन्द्र प्रसाद यादव, फतुहां के विधायक रामानंद यादव का नाम भी शामिल है।
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