खिजर सराय की पांच बहनों की सामुहिक हत्या का कथित आरोपी पिता विपिन सिंह की गिरफ्तारी की खबर है पर अभी पुष्टि नहीं हुई है. विनायक विजेता इस निर्मम हत्याकांड गुत्थियों पर प्रकाश डाल रहे हैं.
यूं तो शुक्रवार को यह चर्चा है कि पुलिस ने विपीन सिंह को मोबाइल सर्विलांस के आधार पर गिरफ्तार कर लिया है और उससे किसी अज्ञात स्थान पर पूछताछ की जा रही है पर इस गिरफ्तारी की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
सूत्रों के अनुसार घटना के दिन देर शाम जब विपीन सिंह खिजरसराय से अपने सोनास स्थित गांव पहुंचा था तो उसके हाथ में मिठाई का डब्बे जैसी कोई चीज थी। आशंका व्यक्त की जा रही है कि विपीन सिंह ने खिजरसराय से ही मिठाई ली होगी और बाद में उसने उसमें कोई नशीली चीज मिलाकर सभी बच्चियों और यहां तक कि घर के दलान पर सोने जाने वाले अपने वृद्ध पिता पवित्र नारायण सिंह को भी वह मिठाई खिला दी होगी जिससे सारे लोग बेसुध होकर सो गए और इसी बेसुधी में उसने किसी भोथरे और भारी हथियार से बारी-बारी से सभी बच्चियों की हत्या कर दी।
और उसे घटना को अंजाम देते समय किसी प्रतिरोध का सामना नहीं करना पड़ा। गांव में पर्दे के पीछे यह भी चर्चा है कि विपीन सिंह अपनी छोटी और सात वर्षीय बेटी अमीषा की हत्या करना नहीं चाहता था पर जब वह अन्य बच्चियों की हत्या कर रहा था तभी अमीषा की बेसुधी टूट गई और वह कमरे से निकल कर आंगन की ओर भागी। तब राज खुल जाने के भय से विपीन सिंह ने आंगन में ही उसकी भी हत्या कर दी और बाद में उसकी लाश को एक कमरे के बिस्तर पर डाल दिया।
संभव है अमीषा की लाश को उठाकर बिस्तर पर लिटाने के क्रम में ही विपीन सिंह के हाथों में खून लगे हों जिस खून के नमूने उसके खिरसराय स्थित आवास के दरवाजे की कुंडी पर मिली। घटना की रात गांव के लोगों द्वारा गोली चलने की आवाज नहीं सुना जाना भी यह संकेत करता है कि विपीन ने पांचो हत्याएं किसी भोथरे और भारी हथियार से की पर पुलिस की जांच की दिशा को बदलने के लिए उसने कारतूस और उसके खोखे गिरा दिए।
पुलिस इस बात की भी जांच में लगी है कि विपीन सिंह ने ये हत्याएं अकेले कीं या किसी और ने उसका साथ दिया। किसी को नशीली चीज खिलाने के बाद उसकी बेसुधी का लाभ कोई अकेला व्यक्ति आराम से ले सकता है जो विपीन सिंह ने किया इसलिए इस ममले में नहीं लगता कि क्रूर सामुहिक हत्या में विपीन सिंह के अलावा किसी और का हाथ है।
विपीन सिंह के खिजरसराय आवास से शराब की खाली बोतलें मिलना भी इस ओर इशारा करता है कि उसने पहले से ही हत्या की साजिश रच ली थी और अपने कमरे में पहले से ही शराब की बोतल लाकर रख छोड़ा था घटना को अंजाम देने के बाद मध्यरात्रि के बाद वह खिजरसराय आवास पहुंचा तो अवसाद को कम करने के लिए उसने जमकर शराब पी होगी।
गौरतलब है कि गांव और गोतिया से हुए पूर्व में झगड़े के बाद अपने विरोधियों करो फंसाने के लिए विपीन सिंह ने अपनी दो बेटियों सहित तीन भतीजीयों की हत्या कर दी थी। ‘रेयर आफ द रियरेस्ट’ श्रेणी में आने वाले इस जघन्य हत्या कांड में तीन भाइयों में सबसे बड़े शशि भूषण सिंह की दो बेटियां जुली (18), स्वीटी (15), भरतभूषण सिंह की एक बेटी सन्नी कुमारी (13), व विपीन सिंह की दो बेटियां मनीषा (11) एवं अमीषा (7) की हत्या की गई थी।