–भागलपुर, बेगूसराय, कांटी, दरभंगा, आरा, सासाराम, डालमिया नगर, राजगीर और बोधगया में मिलेगी सुविधा
नौकरशाही ब्यूरो
यदि आप अब ईएसआईसी के अस्पताल जायेंगे तो आपको दवा भी मिलेगी. कर्मचारी राज्य बीमा निगम के वैसे अस्पताल जहां पर पैनल डाक्टर काम कर रहे हैं वहां पर दवा वितरण केंद्र बनाया जायेगा. इससे राज्य के 10 लाख कामगारों को फायदा होगा.
श्रम संसाधन विभाग के मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस फैसले को जल्द से जल्द इंप्लीमेंट करने के लिए कहा गया है. जिन अस्पतालों में यह सुविधा मिलेगी उनमें भागलपुर, बेगूसराय, कांटी, दरभंगा, आरा, सासाराम, डालमिया नगर, राजगीर और बोधगया शामिल है. उन अस्पतालों में इलाज तो किया जाता है लेकिन अभी तक दवाएं नहीं मिलती है लेकिन अब इस फैसले के बाद वहां पर कर्मचारियों को इलाज के साथ दवाएं भी मुफ्त में मिलेगी. इस बैठक में श्रमायुक्त गोपाल मीणा, क्षेत्रीय निदेशक अरविंद कुमार, चिकित्सा आयुक्त डॉ अनीश सिंघल, इएसआइसी बोर्ड सदस्य सीपी सिंह, डॉ तृप्ति चौधरी आदि मौजूद थे.
सभी डिस्पेंसरी को बारह घंटे चलने का शुरू होगा ट्रायल
इसके साथ ही डिस्पेंसरी में इलाज का समय भी अब सात घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे करने का निर्णय लिया गया है. इसके अनुसार दीघा की डिस्पेंसरी से यह पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जायेगा. इसके बाद पूरे प्रदेश में लागू किया जायेगा. दीघा में डाक्टर और पारा मेडिकल कर्मचारियों को फुलवारी के डिस्पेंसरी से नियुक्त किया जायेगा. जिसे बंद करने का फैसला पहले ही किया जा चुका है. फुलवारी की डिस्पेंसरी के कर्मचारी अभी आदर्श अस्पताल फुलवारी में काम कर रहे हैं जो दीघा भेजे जायेंगे. इसके बाद भागलपुर और मुजफ्फरपुर जिले में इसे शुरू किया जायेगा. इसके लिए संविदा पर डाक्टर और कर्मचारियों की नियुक्ति की जायेगी.
ईंट-भट्ठों के कामगारों को निबंधित कराने का अल्टीमेटम
बैठक में ईंट भट्ठों के कामगारों को हर हाल में योजना का लाभ देने के लिए सभी जिलों के जिला प्रशासन को अल्टीमेटम देने का फैसला किया गया. सभी मालिकों को इसके लिए निबंधन कराने का निर्देश जिला खनन पदाधिकारियों को दिया गया. 31 मार्च तक जिन्होंने ऐसा नहीं किया तो उनसे जुर्माना वसूला जायेगा.