-छह माह की जगह अब एक साल पर होगा रिन्युअल, महिला कर्मियों को मिलेगा वेतन सहित दो महीने का मातृत्व अवकाश. छह दिन काम करने वाले कार्यालयों में साल में 15 दिन व पांच दिन काम करने वाले कार्यालयों में 12 दिन का होगा आकस्मिक अवकाश, हर साल की पारिश्रमिक में 10 प्रतिशत की होगी बढ़ोतरी, डाटा इंट्री ऑपरेटर के साथ प्रोग्रामर, आशुलिपिक व आइटी ब्वॉय-गर्ल्स (आदेशपाल) को मिलेगा लाभ
पटना.
बिहार में नियुक्त डाटा एंट्री ऑपरेटर के लिए अच्छी खबर है. राज्य सरकार के विभिन्न विभागों और कार्यालयों में काम कर रहे डाटा इंट्री ऑपरेटर अब 60 साल तक काम कर सकेंगे. हर छह महीने पर होने वाला उनका रिन्युअल (नवीनीकरण) भी अब एक साल में होगा और यह प्रक्रिया उनके साठ साल होने तक जारी रहेगा. वहीं, महिला कर्मियों को पूरे वेतन के साथ दो महीने का मातृत्व अवकाश का लाभ भी मिलेगा. साथ ही हर साल उनके मानदेय में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जायेगी. इस संबंध में सूचना व प्रावैधिकी विभाग ने आदेश जारी कर दिया है. डाटा इंट्री ऑपरेटर के साथ-साथ प्रोग्रामर, आशुलिपिक और आइटी ब्वॉय-गर्ल्स (आदेशपाल) को इसका लाभ मिल सकेगा.
आइटी विभाग के सचिव राहुल सिंह ने कहा है कि जिस विभाग या कार्यालय में ये काम कर रहे होंगे, वहां से किसी प्रकार की कोई टिप्पणी इनके खिलाफ नहीं आयेगी तो खुद वह उनकी सेवा रिन्युअल हो जायेगी और यह उनके 60 साल होने तक जारी रहेगी. बेल्ट्रॉन द्वारा आउट सोर्सिंग के माध्यम से बहाल इन कर्मियों के मानदेय में हर साल पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी की जायेगी. यह बढ़ोतरी उनके एक साल के नियोजन के बाद ही हो सकेगी और जनवरी महीने की पहली तारीख से उसकी गिनती की जायेगी, चाहे वह जनवरी के किसी भी दिन में योगदान किया हो. फरवरी या दूसरे महीने में योगदान करने पर उन्हें अगले साल होने वाले मानदेय बढ़ोतरी का लाभ मिलेगा.
आइटी के सचिव राहुल सिंह ने बताया कि महिला कर्मियों को वेतन सहित दो महीने का मातृत्व अवकाश का लाभ मिल सकेगा. साथ ही जिन विभाग या कार्यालय में सप्ताह में छह दिन काम होते हैं वहां के कर्मियों को एक साल में 15 आकस्मिक अवकाश और जहां पांच दिन काम होता है वहां साल में 12 दिन आकस्मिक अवकाश मिल सकेगा. आइटी विभाग ने साफ किया है कि ऐसे संविदा कर्मियों की सेवा को सरकारी सेवा में नहीं माना जायेगा और सरकारी कर्मचारी के अनुसार कोई अन्य सुविधा भी नहीं दी जायेगी.