बिहार की राजधानी पटना में गंगा नदी पर चार लेन का एक नया पुल बनाया जाएगा और इसके साथ ही उत्तर प्रदेश में प्रयागराज से लेकर फरक्का तक पुलों की संख्या 33 हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समित की सोमवार को हुई बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी।
बैठक के बाद कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी सरकार आने से पहले इलाहाबाद से फरक्का के बीच गंगा नदी पर कुल 13 पुल थे और उनकी सरकार ने 20 नये पुल बनाने की मंजूरी दी है जिनमें से पांच बन चुके हैं और सात अभी निर्माणाधीन हैं और आठ नये बनाए जाएंगे। इन पुलों के निर्माण के बाद कुल पुलों की संख्या 33 हो जाएगी।
उन्होंने कहा कि पटना में बनने वाले पुल के निर्माण पर भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास सहित कुल 2926.42 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। इस पुल का निर्माण ईपीसी यानी इंजीनियरिंग, खरीद और निर्माण के आधार पर किया जाएगा। पुल का निर्माण महात्मा गांधी सेतु के समानांतर होगा और उससे जुड़ी सड़क की लम्बाई साढे 14 किलोमीटर होगी। पुल का निर्माण पटना से हाजीपुर के बीएसएनएल चौक तक होगा।इस पुल के निर्माण से जहां स्थानीय लोगों को वाहनों की भीड़ और ट्रफिक से निजात मिलेगी वहीं सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और वाहनों की रफ्तार बढेगी।