जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने गंगा नदी में जैव विविधता के संरक्षण तथा गंगा को प्रदूषित होने से बचाने के लिए इसमें निरंतर जल प्रवाह बनाए रखने को जरूरी बताया और कहा कि इसके लिए उनकी सरकार ने अधिसूचना जारी कर दी है।
श्री गडकरी ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के लिए जारी अधिसूचना के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उन्हें पूरा भरोसा है कि इस कदम से गंगा में प्रवाह को निरंतर बनाए रखा जा सकेगा। इसके तहत तक सभी बैराज को निर्देश दिए गए हैं कि उन्हें साल भर किस तरह से गंगा में पानी छोड़ना है ताकि गंगा का प्रवाह निरंतर बना रहे और गंगा को अविरल बनाए रखने के साथ ही निर्मल भी बनाया जा सके। केंद्रीय मंत्री ने बाद में इस अधिसूचना के संबंध में ट्वीट किया और कहा “गंगा के ई-फ्लो के लिए केंद्र सरकार ने अधिसूचना जारी की है। गंगा में मुख्यधारा का विस्तार किया जाएगा। यह पर्यावरण और माँ गंगा की अविरलता के लिए महत्वपूर्ण पहल है।
उन्होंने कहा कि गंगा में सालभर प्रवाह बना रहेगा तो इससे गंगा अविरल होगी। गंगा की धारा बढेगी तो उसके आसपास की गंदगी भी साफ होती रहेगी और गंगा काे निर्मल बनाने में इससे मदद मिलेगी। उन्होंने निर्मल गंगा के लिए आज के दिन को ऐतिहासिक बताया और कहा कि उनकी सरकार की तरफ से उठाया गया यह कदम अविरल गंगा के लिए क्रांतिकारी साबित होगा। गंगा की सफाई के लिए प्रोफेसर जीडी अग्रवाल की भूख हडताल से संबंधी एक सवाल पर उन्होंने कहा कि उनकी 70 से 80 फीसदी मांगों को मान लिया गया है। इस संबंध में उन्हें पत्र भी लिखा गया है और उन्हें भरोसा है कि प्रोफेसर अग्रवाल अपनी हड़ताल खत्म कर देंगे।