एसडीपीओ निर्मला कुमारी यौन शोषण मामाला एक गंभीर मोड़ पर पहुंच गया है. एसपी पुष्कर आनंद पर यौनशोषण के आरोप लगाने के बाद अब निर्माला की मेडिकल जांच करायी गयी है.
गौरतलब है कि कैमूर के एसपी पुष्कर आनंद पर भुभुआ की निवर्तमान एसडीपीओ निर्मला कुमारी ने शादी का झांसा देकर यौन शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया था.इतना ही नहीं निर्मला ने इससे मुत्तलिक एफआईआर भी दर्ज करायी थी और इसकी शिकायत डायरेक्ट डीजीपी पेके ठाकुर से भी की थी.
इसी से जुड़ी- प्रेस कांफ्रेंस कर यौन शोषण का लगाया आरोप
इस सनसनीखेज मामले के बाद डीजीपी ने इसकी जांच का आदेश दिया था.
इसी जांच के क्रम में निर्मला की मेडिकल जांच करायी गयी है. इस जांच के बाद यौन शोषण के मामले की कुछ सच्चाई सामने आ सकती है. दूसरी तरफ भभुआ न्यायालय में एसडीपीओ निर्मला कुमारी का बयान भी दर्ज कराया गया है. यह बयान 164 के तहत लिया गया है. 164 के तहत लिया गया बयान स्वीकारोक्ति का बयान होता है.
इस बीच सरकार ने दोनों अफसरों का कैमूर से तबादला कर दिया.
निर्मला 205 बैच की बीपीएस है. पुष्कर 2009 बैच के आईपीएस हैं. इतने ऊंचे ओहदे पर रहते हुए जाहिर है दोनों अपनी जिम्मेदारियों और दायित्वों को बखूबी समझते हैं लेकिन यौन शोषण जैसे गंभीर आरोप पर जिस तरह से निर्मला कुमारी ने सार्वजनिक रूप से जाहिर की है इसकी आलोचना हुई है. निर्मला ने न सिर्फ इस मामले की एफ आईआर करवाई बल्कि इस बात को सार्वजनिक करने के लिए बाजाब्ता प्रेस कांफ्रेस तक कर दी.
पुष्कर और निर्मला दोनों ऊंचे ओहदे पर काम करने वाले पुलिस अफसर हैं और यौन शोषण से जुड़े मामले की शिकायतों पर खुद कार्रवाई करते रहे हैं ऐसे में अगर ये दोनों अफसर खुद ही एक दूसरे पर ऐसे ही आरोप प्रत्यारे की जंग शुरू कर दें तो मामले की गंभीरता को महसूस किया जा सकता है.
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