मोकामा के लोगों ने सामाजिक आर्थिक एंव जाति आधारित जनगणना में गरीबों का नाम नहीं शामिल करने पर एनएच को घंटों जाम रखा.
दीपक मंडल, मोकामा से
मोकामा प्रखण्ड के बरहपुर बिन्दटोली के के कई ग्रामिणों को जिनके पास झोपड़ी है, उन्हें पक्का मकान और चारपहिया का मालिक घोषित किये जाने पर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. घंटों जाम रहने के कारण मोकामा को प्रखंड विकास पदाधिकारी के पहुंचने और उनके द्वारा सूची दुरूस्त करने के आश्वासन के बाद जाम समाप्त किया गया.
ध्यान रहे कि सामाजिक आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणाना 2011 प्रारूप सूची प्रकाशित हो गयी है.
इसी सूची के आधार पर फरवरी 2014 से लोगों को भारतीय खाद्य सुरक्षा कानून के तहत सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलना तय है.
प्रारूप सूची प्रकाशन में गड़बड़ी के कारण सैकड़ों लोग लाभ से वंचित रह जायेंगे. कई गरीब परिवार के सदस्यों के नाम सूची में नहीं शामिल किये गये हैं. प्रकाशित सूची में इस तरह की गड़बड़ी को दूर करने के लिए लोगों ने पंचायत से लेकर प्रखंड स्तर पर अनेक बार कोशिश की पर कोई फायदा न हुआ.
गांव के ललन बिन्द बताते हैं कि उनका और उनके परिवार का सर्वेक्षण कर काफी पहले सूची तैयार की गई. फिरभी सूची में मेरे या मेरे घर के लोगों का नाम नहीं शामिल किया गया.
मखन बिन्द ने अपने परिवार को मजदुरी कर चलाते है इनके पास मकान के नाम पर झोपड़ी है पर सूची में इनके पास पक्का मकान चार पहिया वाहन दर्ज है. इनकी तरह कई परिवार है जिनको धनवानों की सूची में डाला गया है.