भागलपुर और गया के बाद अब सारण जिले मे भी धर्मांतरण का मामला सामने आया है. खबरों में बताया गया है कि जिले के मशरख प्रखंड के 1200 दलितों ने धर्मांतरण कर लिया है.
दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक धर्मांतरण कार्यक्रम के लिए नागपुर, मलेशिया ताइवान के बौद्ध गुरु पहुंचे थे। इन दलितों ने बौद्ध मत स्वीकार कर लिया.
धर्मांतरण करने वाले गड़खा मशरक प्रखंड के हैं। इनमें भाजपा विधायक ज्ञानचंद मांझी के गांव साधपुर के भी 30 लोग शामिल हैं। हालांकि विधायक ने जानकारी होने से इनकार किया.
वहीं कुछ दिनों पहले भागलपुर के अकबरनगर के पूर्वी टोला गांव में एक महादलित परिवार के सात लोगों ने धर्म परिवर्तन कर लिया. आजमगढ़ से आये रेहान कुमार नामक युवक ने इन लोगों का धर्मातरण कराया और इनमें से एक परिवार की एक लड़की सुजाता कुमारी (18) से शादी कर ली. धर्म परिवर्तन करनेवाले पूर्वी टोला निवासी सुनील पासवान के अनुसार उन लोगों ने स्वेच्छा से धर्म पर्विन किया है.
इससे पहले गया के एक महादलित गांव में 60 परिवारों ने धर्मांतरण ईसाई मजहब स्वीकार कर लिया ता. यह मजहब परिवर्तन क्रिसमस के दिन हुआ. इसके बाद मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने इसकी जांच का आदेश दिया.