मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में जदयू सरकार के 11 वर्ष पूरा होने के मौके पर 20 नवंबर को रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया जाएगा। इस मौके पर सरकार को समर्थन दे रहे राजद और कांग्रेस में मंत्री भी मौजूद रहेंगे। नीतीश कुमार शपथ ग्रहण की वर्षगांठ पर वार्षिक रिपोर्ट कार्ड अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर प्रस्तुत करते रहे हैं। पिछले एक साल से जदयू, राजद और कांग्रेस के महागठबंधन की सरकार चल रही है। इस कारण रिपोर्ट कार्ड को महागठबंधन सरकार के एक वर्ष का रिपोर्ट कार्ड भी कहा जा रहा है।
नौकरशाही ब्यूरो
रिपोर्ट कार्ड के प्रस्तुतीकरण समारोह में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद नेवता भेजा है। आमंत्रण सभी मंत्रियों के साथ तीनों पार्टियों के प्रदेश अध्यक्ष, तीनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं और वरीय अधिकारियों को भेजा गया है। कार्यक्रम के कवरेज के लिए 135 पत्रकारों को आमंत्रण भेजा गया है।
हर वर्ष रिपोर्ट कार्ड
नीतीश कुमार 2006 से लगातार वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत करते आ रहे हैं। 2014 में रिपोर्ट कार्ड तत्कालीन सीएम जीतनराम मांझी ने प्रस्तुत किया था। जब तक सरकार में भाजपा शामिल थी, रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुतीकरण समारोह में उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के साथ भाजपा के अन्य मंत्री भी मौजूद रहते थे। कुछ दिनों नीतीश सरकार में अकेले थे, इस कारण बिना सहयोगी के भी रिपोर्ट कार्ड प्रस्तुत किया गया। इस बार सरकार में राजद व कांग्रेस भी शामिल है। इस कारण इसके नेता भी मौजूद रहेंगे। रिपोर्ट कार्ड नीतीश सरकार के 11 साल की उपलब्धियों का ब्योरा होगा या महागठबंधन सरकार की साल का ब्योरा, यह रिपोर्ट कार्ड देखने के बाद ही स्पष्ट होगा।