राजद की राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने केंद्र की भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि वह जहां-तहां संघियों को पदस्थापित तो कर देती है पर उन्हें महिलाओं का आदर करना नहीं सिखा पाती और उनके संस्कार बाहर आ ही जाते हैं.
मीसा भारती ने अपने फेसबुक पेज पर यह टिप्पणी करते हुए एक लिंक शेयर किया है जिसमें मेघालय के निवर्तमान गवर्नर द्वारा एक महिला के यौन प्रताड़ना से संबंधित खबर है. उस महिला ने आरोप लगाया है कि जब वह एक जाब से संबंधी इंटर्व्यू के लिए गवर्नर एन शनमुगानाथ से मिली तो उन्होंने यौन उत्पीड़न की कोशिश की.
महिला ने एनडीटीवी को अपने हाथों से लिखे एक नोट में यहां तक आरोप लगाया है कि उन्होंने उसे जबरन अपनी बाहों में भर लिया और चूमने लगे.
इस मामले ने जब तूल पकड़ा और लोग सड़कों पर आ कर इसका विरोध करने लगे तो शनमुगनाथन ने पद से इस्तीफा दे दिया. इतना ही नहीं इस मामले में खुद राजभवन के कर्मी भी विरोध में उतर आये और सभी 98 कर्मियों ने पीएम मोदी और राष्ट्रपति को अपने दस्तखतशुदा पत्र भेजा.
इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए मीसा भारती ने कहा है कि केंद्र ने संघियों को पदों पर बिठा दिया पर उनमें संस्कार नहीं सिखाया. मीसा ने कहा कि भाजपा भी इसी संघी विचारधारा के आगे नतमस्तक हैं, अतः देर सवेर भाजपाइयों के मुँह से स्त्री विरोधी बातें निकलना भी बिलकुल स्वाभाविक है. संघ हिंदू धर्म के ठेकेदार तो बनते हैं पर भूल जाते हैं कि हिन्दू धर्म में महिलाओं को क्या स्थान दिया गया है।