गंगा के अविरल प्रवाह को बनाये रखने और उसमें जमती जा रही गाद की समस्या पर आज से दो दिवसीय सेमिनार राष्ट्रीय राजधानी के इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में हो रहा है। इस सेमिनार का आयोजन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर बिहार सरकार का जल संसाधन विभाग कर रहा है। इस सेमिनार का उदघाटन आज नीतीश कुमार ने दीप जलाकर किया।
गंगा की अविरलता पर दिल्ली में राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि गंगा की हालत आज खराब होती जा रही है। उन्होंने गाद की समस्या पर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि गंगा की निर्मलता बिना उसकी अविरलता के संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि 10 सालों में गंगा की स्थिति बदली है। उन्होंने कहा कि बचपन में वे सप्ताह में एक बार गंगा में जरूर नहाते थे1
वहीं, स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि नीतीश कुमार में प्रधानमंत्री बनने की क्षमता है। उन्होंने कहा कि नीतीश अपनी जिम्मेवारियों से पल्ला नहीं झाड़ सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोगों के मन में अच्छे प्रधानमंत्री पाने की लालसा है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र भाई गंगा ने किसी कार्य प्रयोजन के लिए बुलाया था, वोट की झोली लेकर जाने के लिए नहीं। इस सेमिनार के माध्यम से नीतीश कुमार गंगा में जमा हो रही गाद व उससे उत्पन्न होने वाली समस्या को राष्ट्रीय मुद्दा बनाने की कोशिश करेंगे, जिस पर वे पिछले कुछ सालों से लगातार बात कर रहे हैं।