मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि बिहार में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों के अनुरूप राज्य में विकेंद्रीकृत तरीके से न्याय के साथ विकास का काम लगातार जारी है ताकि इसका फायदा हर व्यक्ति तक पहुंच सके।
श्री कुमार ने पटना में महात्मा गांधी के चम्पारण आंदोलन-1917 पर आधारित तीन पुस्तकों के लोकार्पण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि विकास का कई नजरिया आज हमारे सामने है। अब लोगों में इतनी जागृति आ गई है कि यदि कहीं किसी इलाके में विकास की रोशनी नहीं पहुंची है तो लोग इसको लेकर आवाज बुलंद करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार प्रदेश में गांधी जी के विचारों के अनुरूप ही विकेंद्रीकृत तरीके से न्याय के साथ विकास का काम लगातार कर रही है। हालांकि, सामाजिक कुरीतियों से छुटकारा पाए बिना विकास का कोई मतलब नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बापू की सोच थी कि विकेंद्रीकृत तरीके से विकास हो, जिसमें जनभागीदारी सम्मिलित हो ताकि उसका लाभ हर व्यक्ति को मिले लेकिन ऐसा नहीं हुआ। यदि ऐसा हुआ होता तो आज भारत एक आदर्श मुल्क के रूप में शुमार होता। लोकार्पण समारोह को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, गांधी संग्रहालय के अध्यक्ष वरिष्ठ गांधीवादी डॉ0 रजी अहमद समेत अन्य लोगों ने भी संबोधित किया।