गौरक्षा के नाम पर कानून हाथ में लेने वालों को पीएम मोदी ने तीसरी बार चेताया है. गत दो चेतावनियों से इस बार उनकी चेतावनी इस मामले में कड़ी है कि उन्होंने साफ कहा है कि राज्य सरकारों को एडवाइजरी जारी की गयी है कि वे ऐसी हिंसा को कड़ाई से रोकें.
गौरतलब है कि मोदी की इस बात को ले कर कई बार आलोचना हो चुकी है कि वह गौरक्षा के नाम पर की जाने वाली हिंसा पर चुप्पी साधे रहते हैं. लेकिन संसद सत्र शुरू होने से पहले मोदी ने सभी दलों की बैठक में कहा कि गोरक्षा के नाम पर जो हिंसा कर रहे हैं, उनके खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जायेगी. देश में गोमाता की रक्षा के लिए कानून है. कानून हाथ में लेना कतई बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. सभी राज्य सरकारों को इसे लेकर कार्रवाई करनी चाहिए.’
पीएम मोदी का इस बार का बयान के बाद उन्होंने यह एहसास दिलाने की कोशिश की है कि वह अब सख्त हैं. पीएम ने इसे लेकर ट्वीट भी किया है. उन्होंने कहा कि राज्य सरकारों को यह भी देखना चाहिए कि कहीं कुछ लोग गोरक्षा के नाम पर अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी का बदला तो नहीं ले रहे हैं. देश की छवि पर भी इसका असर पड़ रहा है.