बेनामी संपत्ति और भ्रष्टाचार के खिलाफ सोमवार को विधान सभा घेराव करने गए जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय संरक्षक पप्पू यादव को आज पटना पुलिस गिरफ्तार करने पहुंची. मगर सांसद ने गिरफ्तारी देने से इंकार कर दिया और पुलिस से वारंट की मांग की. सांसद ने कहा कि वे बिना वारंट के कहीं नहीं जाने वाले हैं. इस आन्दोलन के दौरान पप्पू समर्थकों और पुलिस में तीखी मुठभेड़ हुई, जिसमें कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गए.
नौकरशाही डेस्क
बता दें कि दोपहर में प्रदर्शन के बाद DSP लॉ एंड आर्डर शिबली नोबानी के नेतृत्व में पटना पुलिस की टीम पप्पू यादव को गिरफ्तार करने पटना पुलिस दल-बल के साथ मंदिरी स्थित उनके आवास पर पहुंची. इस दौरान भारी संख्या में पुलिस ने पप्पू के अपार्टमेंट को घेर रखा है. पुलिस टीम जब पहुंची, तब सांसद पप्पू यादव अपने समर्थकों के साथ पांचवें तल्ले पर मीटिंग कर रहे थे. उधर एएसपी राकेश कुमार ने उनकी गिरफ्तारी की खबर पर कहा कि पटना पुलिस सांसद से पूछताछ कर रही है.
बाद में पप्पू की मेडिकल जांच के लिए उनके मंदिरी स्थित आवास पर आईजीएमएस से आए डॉक्टरों की टीम ने चेकअप भी किया। इस दौरान डॉक्टारों ने पप्पू को गंभर चोट लगने और हाई ब्लड प्रेशर होने की बात कही। इससे पहले पप्पू यादव ने प्रदर्शन के बाद एक निजी चैनल के जरिए अपना पक्ष रखते हुए कहा कि कुछ लोग उनकी हत्या करवाना चाहते हैं. पुलिस ने विधानसभा घेराव को गए उनके समर्थकों पर हमला बोला. लाठियां बरसायीं. साथ में, आंसू गैस के गोले दागे गए. पुलिस ने उन्हें भी पीटा. यदि उनके साथ CRPF के जवान नहीं होते, तो मार ही देते. बिहार सरकार पर उन्होंने हत्या की साजिश रचने का आरोप किया. पप्पू मेडिकल-शिक्षा माफिया के खिलाफ आन्दोलन कर रहे हैं. साथ में, नेताओं-अधिकारियों की बेनामी संपत्ति जब्त करने की मांग भी कर रहे हैं.