भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी संघ की राज्य इकाई ने बिहार कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष एवं 1987 बैच के अधिकारी सुधीर कुमार की आयोग की इंटर स्तरीय परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक कांड मामले में हुयी गिरफ्तारी पर नाराजगी जताते हुए केन्द्रीय जांच ब्यूरो से जांच कराने की मांग की है ।
श्री कुमार को इस मामले में विशेष जांच दल द्वारा गिरफ्तार किये जाने की सूचना के बाद प्रशासनिक महकमे में हलचल मच गयी। इसके तत्काल बाद ही यहां प्रशासनिक सेवा के संघ भवन में संघ के सचिव और वन एवं पर्यावरण विभाग के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह की अध्यक्षता में पदाधिकारियों की आपातकालीन बैठक हुयी। बैठक में बिहार कैडर के अधिकांश वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक के बाद संघ के अधिकारी लिये गये निर्णय की जानकारी मीडिया को देने से बचते रहे। इस संबंध में पूछे जाने पर संघ के पदाधिकारियों ने तत्काल कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। हालांकि संघ के पदाधिकारियों ने बाद में मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह से मुलाकात कर गिरफ्तारी पर नाराजगी जताते हुए श्री कुमार को अविलंब रिहा करने की मांग की। बाद में संघ की ओर से जारी यहां बयान में कहा गया कि श्री कुमार बिहार कैडर के एक स्वच्छ छवि के अधिकारी है और उन्हें गिरफ्तार किया जाना उचित नहीं है। एसआईटी की जांच में श्री कुमार पूरा सहयोग दे रहे थे और ऐसी परस्थिति में उन्हें गिरफ्तार करने का कोई औचित्य नहीं है । संघ ने गिरफ्तार अधिकारी के विधि एवं अन्य मद में होने वाले खर्च को वहन करने का भी फैसला लिया है।