दिल्ली में तैनात गुजरात काडर के अधिकारियों की टोली में एक नाम और शामिल हो गया है। गुजरात काडर के आईपीएस ऑफिसर विवेक श्रीवास्तव प्रधानमंत्री को सुरक्षा देने वाले स्पेशल प्रॉटेक्शन ग्रुप(SPG) के नए चीफ होंगे। 1989 बैच के ऑफिसर विवेक इन दिनों सेंट्रल डेप्युटेशन पर हैं और सीबीआई में तैनात हैं। जल्द ही वह आधिकारिक रूप से एसपीजी चीफ का पद संभाल लेंगे।
दिपल त्रिवेदी, अहमदाबाद मिरर
एसपीजी चीफ के तौर पर श्रीवास्तव की नियुक्ति काफी दिलचस्प है, क्योंकि इससे पहले वह बीजेपी सरकार के पसंदीदा ऑफिसर्स में शामिल नहीं थे। यहां तक कि मोदी जब तक गुजरात के सीएम रहे, एक दशक से भी ज्यादा वक्त तक श्रीवास्तव गुजरात से बाहर डेप्युटेशन पर रहे। 002 दंगों के दौरान विवेक कच्छ के डीएसपी थे और उन्होंने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। उन्होंने वीएचपी और मुस्लिम संगठनों को किसी तरह का प्रदर्शन करने की इजाजत नहीं दी थी। उस वक्त कथित तौर पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने में लगे बजरंग दल और वीएचपी पर उन्होंने शिकंजा कसा था।
इसके बाद तुरंत ही दरकिनार कर उनका तबादला प्रोअबिशन डिपार्टमेंट में कर दिया गया था। इसके बाद विवेक ने दिल्ली में डेप्युटेशन के लिए अप्लाई किया, लेकिन डेप्युटेशन की फाइल को भी गुजरात सरकार ने जल्दी से क्लियर नहीं किया।
सूत्रों के मुताबिक, इस सब के बावजूद विवेक के काम के प्रति समर्पण से मोदी बहुत प्रभावित हुए, खासकर पिछले साल अक्टूबर में। अक्टूबर 2013 में जब मोदी बिहार की राजधानी पटना में हुंकार रैली करने गए थे, वहां पर धमाका हुआ था और 6 लोगों की मौत हो गई थी। उस वक्त मोदी गुजरात के सीएम थे।
इन धमाकों के बाद नीतीश कुमार ने कहा था कि उनकी सरकार को धमाके के बारे में कोई खुफिया सूचना नहीं मिली थी। लेकिन बाद में साफ हुआ था कि बिहार में आईबी के जॉइंट डायरेक्टर ने धमाके से 5 दिन पहले ही बिहार सरकार को लेटर लिखा था कि मोदी को कुछ संगठन निशाना बना सकते हैं। इस लेटर में साफ लिखा गया था कि मोदी की रैली में बम धमाका किया जा सकता है।
बिहार पुलिस को मिले इस लेटर को किसी और ने नहीं, बल्कि विवेक श्रीवास्तव ने ही लिखा था, जो कि उस वक्त पटना में आईबी के जॉइंट डायरेक्टर थे। रैली से पहले वह अपनी ड्यूटी निभाते हुए एयरपोर्ट पर गए थे और मोदी को धमाकों की आशंका के बारे में बताया था। मोदी 20 मिनट तक एय़रपोर्ट पर रुके रहे थे, लेकिन बाद में उन्होंने रैली करने का फैसला किया था। श्रीवास्तव का लेटर सामने आने के बाद बीजेपी को नीतीश कुमार पर हमला करने का मौका मिल गया था।
गौरतलब है कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सार्क सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए नेपाल जा रहे थे, तभी उन्होंने एसपीजी चीफ दुर्गा प्रसाद को हटा दिया था। पीएम मोदी की पत्नी द्वारा अपने सुरक्षा के इंतजामों को लेकर आरटीआई फाइल करने के एक दिन बाद ही यह फैसला लिया गया था। दुर्गा प्रसाद का कार्यकाल दो नवंबर को ही खत्म होना था, लेकिन वह इन दिनों सर्विस एक्सटेंशन के चलते इस जिम्मेदारी को संभाल रहे थे और उन्हें अचानक हटा दिया गया।
एक टॉप अधिकारी ने बताया, ‘श्रीवास्तव को उनके काम और प्रदर्शन के आधार पर चुना गया है। वह बेहद काबिल ऑफिसर हैं और उनके शानदार सर्विस रेकॉर्ड से प्रधानमंत्री बहुत प्रभावित हैं।’ कैबिनेट की अपॉइंटमेंट्स कमिटी ने निर्देश दिए हैं कि जब तक नए चीफ की नियुक्ति नहीं हो जाती, तब तक अगला सीनियर मोस्ट ऑफिसर एसपीजी चीफ का प्रभार संभालेगा।