कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, राष्ट्रीय प्रवक्ता और बिहार के प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल ने उपमुख्यमंत्री नीतिन पटेल के इस बयान को पूरी तरह खारिज कर दिया कि मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने हाल में गैर गुजरातियों पर हुए हमले के मामले में उन पर कोई सीधा आक्षेप नहीं लगाया था, इसलिये उनके खिलाफ मानहानि की बात करना महज सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का जरिया है।
श्री गोहिल ने अहमदाबाद में पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री ने हमले के लिए बिहार के कांग्रेस प्रभारी पर आरोप लगाया था और इस पद पर केवल वही है। समाचार पत्रों ने इस मामले में दी गयी रिपोर्टों में उनके नाम का उल्लेख किया है। उनके पास मुख्यमंत्री के उस बयान का वीडियो फुटेज भी प्रमाण के तौर पर है। अगर मुख्यमंत्री ने उनसे दो सप्ताह के भीतर माफी नहीं मांगी तो वह उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराने के साथ ही साथ मानहानि का दावा भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि इस बारे में उपमुख्यमंत्री की बयानबाजी का कोई अर्थ नहीं है। मुख्यमंत्री को ही बयान देना चाहिए। यह पूछे जाने पर कि क्या भाजपा की तरफ से इस मामले को सुझलाने के लिए अनौपचारिक तौर पर उनसे संपर्क किया जा रहा है, श्री गोहिल ने कहा कि ऐसे मामलों में कानूनी प्रक्रिया का ही पालन किया जायेगा। ज्ञातव्य है कि गत 16 अक्टूबर को श्री गोहिल ने मुख्यमंत्री को दो हफ्ते का समय देते हुए चेतावनी दी थी।