गुजरात दंगों में तत्कालीन मोदी सरकार पर उंगलियां उठाने वाले आईपीएस अफसर को नौकरी से निकाल दिया गचया है.
आईपीएस संजीव भट्ट को केंद्र की मोदी सरकार के गृहमंत्रालय ने नौकरी से बर्खास्त किया है. 1988 बैच के आईपीएस अफसर को गुजरात सरकार ने इससे पहले निलंबित कर दिया है.
भट्ट ने सुप्रीम कोर्ट में एक शपथ पत्र दायर कर कहा था कि वह उस मीटिंग में मौजूद थे जिसमें तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाप रैंक के पुलिस अफसरों को कहा था कि गुजरात दंगों में हिंदुओं के गुस्से को अल्पसंख्यकों के खिलाफ जाहिर होने दें.
यह शपथ पत्र भट्ट ने अप्रैल 2011 में सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किया था. याद रहे कि गुजरात के दंगों में 1200 लोगों की जान गयी थीं. कई मानवाधिकार संगठन इस दंगे को मुसलमानों का नरसंहार बताया था.