सत्तारूढ़ जदयू में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। विधायकों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अंकुश कमजोर पड़ रहा है। पार्टी के अंदर से चुनौती देने का सिलसिला शुरू हो रहा है। शायद यही कारण है कि गोपालपुर के विधायक गोपाल मंडल और विधान पार्षद राणा गंगेश्वर ने पार्टी लाइन से अलग होकर अपनी लाइन लेने लगे हैं। हालांकि पार्टी ने दोनों को विवादास्पद बयान के लिए निलंबित कर दिया है।
नौकरशाही ब्यूरो
सरफराज पहले से हैं निलंबित
गोपालपुर से जदयू के विधायक नरेंद्र नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने पुलिस प्रशासन को खुलेआम चुनौती दी और कहा कि पहले भी वे हत्या की राजनीति करते थे और हत्या की राजनीति आगे भी कर सकते हैं। विधायक ने राज्य सरकार की शराबबंदी की घोषणा का मजाक उड़ाते हुए कहा कि शराब राजा-महाराजाओं के शौक हैं। उधर जदयू के ही विधान पार्षद राणा गंगेश्वर ने राष्ट्रगीत को देश की गुलामी का प्रतीक बताया।
अब तक महागठबंधन के चार विधायक निलंबित
दोनों विधायकों के बयान को पार्टी ने गंभीरता लिया और पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के बाद दोनों को पार्टी से निलंबित कर दिया गया। इसके साथ ही दोनों से स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। पार्टी इससे पहले भी एक विधायक सरफराज को ट्रेन में महिला के साथ छेड़खानी करने के आरोप में निलंबित कर चुकी है। उधर महागठबंधन के ही राजद के विधायक राजवल्लभ भी निलंबन की मार झेल रहे हैं। उन पर नाबालिग लड़के साथ रेप का आरोप है। कांग्रेस के एक विधायक भी लड़की भगाने के मामले में चर्चा में आए थे, हालांकि बाद में मामला शांत हो गया।