गोवा में राज्यपाल की भूमिका पर चर्चा कराने की मांग को लेकर कांग्रेस ने आज दूसरी बार लोकसभा से बहिर्गमन किया। प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने कहा कि आज शून्यकाल नहीं होगा । इसके बाद कांग्रेस और अखिल भारतीय अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के सदस्य अपनी -अपनी सीटों पर खड़े होकर शाेर -शराबा करने लगे । सदन में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खडगे गोवा पर चर्चा कराने की मांग की। शोरशराबे में कुछ सुनायी नहीं दिया ।
अध्यक्ष ने श्री खडगे की मांग यहकर खारिज कर दी राज्यपाल संवैधानिक पद है ,इसलिए इस पर चर्चा की अनुमति नहीं दी जा सकती। श्रीमती महाजन ने कहा कि इस मुद्दे पर स्थगन प्रस्ताव का उनका नोटिस अस्वीकार किया जा चुका है। अध्यक्ष की व्यवस्था से असंतुष्ट होकर कांग्रेस के सदस्य उत्तेजित होकर नारा लगाने लगे ‘तानाशाही नहीं चलेगी ’ और उन्होंने सदन से बहिर्गमन किया ।
इससे पहले प्रश्नकाल में कांग्रेस के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अौर राष्ट्रीय जनता दल ने इस मुद्दे को लेकर हंगामा किया और सदन से बहिर्गमन किया। कार्यवाही शुरू होते ही श्री खडगे ने हाल में हुए गोवा विधानसभा चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरे कांग्रेस काे सरकार का गठन करने का अवसर देने की बजाए रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के नेतृत्व में भाजपा को न्यौता दिये जाने का विरोध किया। उन्होंने इसे गलत बताया और कहा कि यह लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है।
कांग्रेस, राजद तथा राकांपा के सदस्यों ने इस मुद्दे को लेकर अपनी सीट पर खड़े होकर कड़ा विरोध किया। लेकिन अध्यक्ष ने उनकी एक नहीं सुनी और प्रश्नकाल का संचालन करती रहीं। बात नहीं सुने जाने पर तीनों दलों के सदस्यों ने सदन की कार्यवाही शुरू होने के कुछ ही देर बाद बहिर्गमन कर दिया।