मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोगों से समाज में प्रेम, भाईचारा कायम रखने का आह्वान करते हुए आज कहा कि आपसी प्रेम, सद्भाव और शिक्षा के बल पर राज्य अपने पुराने गौरशाली अतीत को फिर से प्राप्त करने में सफल होगा।
श्री कुमार ने पटना के फुलवारीशरीफ प्रखंड के सकरैचा महादलित टोला में गणतंत्र दिवस के मौके पर आयोजित झंडोत्तोलन समारोह में शामिल हुए। सकरैचा महादलित टोला के बुजुर्ग शत्रुघ्न मांझी ने मुख्यमंत्री की उपस्थिति में झंडोतोलन किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि आज ही के दिन 26 जनवरी 1950 को हमलोगों ने संविधान को अंगीकार किया था और इसलिये इस दिवस को हर साल हमलोग गणतंत्र दिवस के रूप में मनाते हैं। देश के संविधान की खासियत है। संविधान ने सबको बराबरी का अधिकार दिया है। हर किसी के वोट की कीमत बराबर है। संविधान ने नागरिकों को मौलिक अधिकार प्रदान किये हैं, जो सबको न्याय दिलाता है। उन्होंने कहा कि देश का संविधान दुनिया के अन्य देशों के संविधान से अच्छा एवं बेहतर है।
श्री कुमार ने कहा कि 21 जनवरी से नशामुक्ति अभियान शुरू हुआ है, जो 22 मार्च को बिहार दिवस के समापन के दिन समाप्त होगा। उन्होंने कहा कि 21 जनवरी को 11 हजार किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाने का लक्ष्य रखा गया था और उम्मीद थी कि दो करोड़ लोग शामिल होंगे। उन्होंने समस्त बिहारवासियों को बधाई देते हुये कहा कि दो करोड़ नहीं बल्कि चार करोड़ लोगों ने मानव श्रृंखला बना दी, यह मामूली बात नहीं है। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत में समाज और परिवार को बर्बाद नहीं होने देंगे।