मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मद्य निषेध अभियान का शुभारंभ किया। पटना के एसके मेमोरयल हॉल में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि 1 अप्रैल से राज्य में शराब बंदी लागू हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के पूर्व ही हमने सात निश्चय की बात की थी। जो योजनायें पहले से चल रही है, उसे जारी रखते हुये हम सात निश्चय को लागू कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 26 नवम्बर 2015 को मद्य निषेध दिवस के दिन हमने मद्य निषेध की शुरूआत की। मद्य निषेध दिवस के दिन हमने कहा कि नई उत्पाद नीति बनेगी। इसे एक अप्रील 2016 से लागू करेंगे।
नीतीश निश्चय का है हिस्सा
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम बिहार में पूर्ण मद्य निषेध लागू करेंगे, लेकिन चरणबद्ध तरीके से लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने जो बातें कही है, उसे पीछे हटने की जरूरत नहीं हुयी है। हम तो अपना काम कर रहे हैं और करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अवैध शराब के कारोबार को रोकने के लिये सेन्टर बनाया जा रहा है। कोई भी गांव से फोन कर अवैध शराब के कारोबार की जानकारी दे सकता है। बिहार की आबादी ग्यारह करोड़ की है और बिहार में छह करोड़ मोबाइल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी के लिये एक बहुत बड़े अभियान की जरूरत है।
डीएस गंगवार ने किया धन्यवाद ज्ञापन
कार्यक्रम में निबंधन, उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री अब्दुल जलील मस्तान, शिक्षा मंत्री अशोक चैधरी, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, पुलिस महानिदेशक पी0के0 ठाकुर ने भी सभा को संबोधित किया। शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव शिक्षा डी0एस0 गंगवार ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर प्रधान सचिव स्वास्थ्य आर0के0 महाजन, प्रधान सचिव निबंधन, उत्पाद एवं मद्य निषेध के0के0 पाठक, सचिव ग्रामीण विकास अरविन्द चौधरी, मुख्यमंत्री के सचिव अतीश चन्द्रा भी उपस्थित थे।