प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चाय बेचने संबंधी कोई दस्तावेज सरकार के पास नहीं है। हालांकि लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी खुद को रेलवे प्लेटफार्म पर चाय बेचने का दावा किया था।
साजिद परवेज
रेलवे बोर्ड ने आरटीआई के तहत की मांगी गयी जानकारी में कहा है कि रेलवे प्लेटफार्म पर मोदी के चाय बेचने का कोई कागजात नहीं है। ये दावा आज सोशल एक्टिविस्ट तहसीन पूनावला ने मोदी सरकार के दौर में रेलवे मंत्रालय में एक आरटीआई के उतर में मिले दस्तावेजों के आधार पर किया है। तहसीन पूनावाला ने रेलवे बोर्ड के पास आरटीआई आवेदन कर इस बारे में जानकारी मांगी थी कि क्या कोई ऐसा रिकॉर्ड, रजिस्ट्रशन नंबर या आधिकारिक पास है जो कि नरेंद्र मोदी को जारी कर उन्हें किसी भी ट्रेन या रेलवे स्टेशन पर चाय बेचने की अनुमति या मंजूरी दी गई हो।
इस आरटीआई आवेदन के उतर में रेलवे मंत्रालय ने कहा है कि रेलवे बोर्ड के टीजी 3 ब्रांच ऑफ टूरिज्म और कैटरिंग डायरेक्टोरेट के पास ऐसी कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। इस मामले पर प्रतिक्रिया में तहसीन पूनावाला ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अपने रेलवे मंत्रालय ने इस बात से इंकार कर दिया है कि इस प्रकार की कोई जानकारी है, जिससे ये प्रमाणित होता है कि मोदी किसी भी रेलवे स्टेशन या किसी ट्रेन में चाय बेचते हों। उन्होंने पूछा कि ये कैसे संभव है कि रेलवे मंत्रालय और रेलवे बोर्ड, जो कि मोदी जी की अपनी सरकार के तहत काम कर रहा है, के पास उनके इस सबसे बड़े दावे को लेकर कोई जानकारी ही नहीं है कि वे बचपन में चाय बेचते थे। आखिर ये ही तो उनका सबसे बड़ा चुनावी दावा भी तो था।