समाजवादी मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक एवं जहानाबाद से सांसद अरुण कुमार ने आज कहा कि बिहार के बहुचर्चित चारा घोटाले की राशि सभी दलों के नेताओं ने खाया है लेकिन इस मामले की गिरफ्त में जो आया, वह सजा भुगत रहा है।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के घटक राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के बागी सांसद श्री कुमार ने राष्ट्रीय समता पार्टी (सेकुलर) की ओर से ऐतिहासिक गांधी मैदान में आयोजित ’गांव बचाओ-किसान बचाओ’ रैली को संबोधित करते हुए बगैर किसी दल के नेता का नाम लिये हुए कहा कि चारा घोटाला कर कई नेताओं ने इसकी राशि का गबन किया है। सरकारी खजाने से लूटी गयी इस राशि से सभी दलों के नेताओं ने मजा तो लिया लेकिन जो इस मामले में फंसा, वही सजा भुगत रहा है।
श्री कुमार ने कहा कि केन्द्र और बिहार की सरकार सिर्फ घोषणा करती है लेकिन सही मायने में इसका क्रियान्वयन नहीं किया जा रहा है। सिर्फ ढिंढोरा पीटा जा रहा है। उन्होंने कहा कि बड़ी-बड़ी योजनाएं बनती जरूर हैं और दिखावे के लिए इसका प्रचार-प्रसार भी बेहतर तरीके से किया जाता है। लेकिन, आम लोगों को इन योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण गांवों की स्थिति खराब है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस रवैये से लोगों में खासी नाराजगी है।सांसद ने राजग से दूरी का संकेत देते हुए कहा कि यह सरकार अब फिर से आने वाली नहीं है। अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव में टिकट की उन्हें चिंता नहीं है। वह सड़क पर रहकर आम लोगों की आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने कहा कि सच्चाई के रास्ते पर चलना उन्हें स्वीकार है, चाहे इसके लिए कोई भी कुर्बानी क्यो न देनी पड़े। वह लगातार सरकार की बखिया उधेड़ते रहेंगे। श्री कुमार ने सवालिया लहजे में कहा कि सरकार में बैठे लोग दिल पर हाथ रखकर कहें कि किसानों और शिक्षा की हालत पहले से बेहतर है। यदि जनहित की चिंता होती तो सरकार में बैठे लोग गांव की जो आज स्थिति है उसके प्रति सजग रहते। सरकारी स्कूलों की स्थिति पहले से और भी खराब हो गयी है। उन्होंने कहा कि गांव में अभी भी मूलभूत सुविधाओं को आभाव है। बिहार में विधि-व्यवस्था की स्थिति भी काफी खराब है। पुलिस शराब और बालू में फंसी है।