राजनीति विश्लेषक एमए इब्राहिमी ने कहा है कि भारतीय राजनीति की चार देवियों ने राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है. उन्होंने कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी खामोश तमाशा देख कर मनमोहन सिंह की छवि प्राप्त करते हैं या अपना एक अल इमेज गढ़ते हैं.
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज ने आईपीएल के पूर्व कमिश्नर और भ्रष्टाचार के फरार आरोपी ललित मोदी से इंग्लैंड में मिल कर आलोचना झेल रही हैं. वहीं एक अन्य केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की शैक्षिक डिग्री संदिग्ध बन गयी है और अदालत ने उनकी डिग्री की वैधता की जांच से जुड़ी सुनवाई के आग्रह को स्वीकार कर लिया है. इसी क्रम में भाजपा के तीसरी नेता और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भगोड़े ललित मोदी के लिए इमिग्रेशन दस्तावैज पर दस्तखत करने की बात सामने आ चुकी है. इससे भी भाजपा को भारी फजीहत का सामना करना पड़ रहा है.
जबकि भजापा की चौथी नेता पंकजा मुंडे हैं. वह महाराष्ट्र सरकार में समाज कल्याण विभाग की मंत्री हैं. उन पर आरोप लगा है कि समाज कल्याण मंत्री के रूप में उन्हों ने 206 करोड़ रुपये की बिना टेंडर के खरीददारी करके भ्रष्टचार को बढ़ावा दिया है.
पूर्व आईएस इब्रहामी ने कहा है कि जीवन के तमाम क्षेत्रों में महिलाओं की बढ़ती धमक का असर हर जगह देखने को मिल रहा है. यहां तक की भ्रष्टाचार के क्षेत्र में भी महिलायें अब कम नहीं रहीं.
इब्राहिमी ने कहा है कि मैं भाजपा पर अवैध और अनैतिक कामों में लिप्त होने का आरोप नहीं लगा रहा लेकिन अब यह प्रधानमंत्री मोदी को चाहिए कि वह भ्रष्चाचार के आरोपों मे घिरे नेताओं को पद से मुक्त करें और भाजपा के इमेज को बचा लें. इब्रहिमी ने कहा कि अगर मोदी ऐसा नहीं करते हैं तो उनकी तुलना मनमोहन सिंह से की जाने लगेगी.
डाक्टर एमए इब्राहिमी बिहार कैडर के आईएएस अफसर रहे हैं. राजनीति और नौकरशाही पर उन्होंने अनेक पुस्तकें लिखी हैं. फिलहाल सुप्रिम कोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं.