अबसे थोड़ी देर बाद जब चुनाव प्रक्रिया खत्म हो चुकी होगी, देश के चौनल एक्जिट पोल के नशे में पूरे देश को मदहोश कर देंगे
तमाम चैनल 6.30 बजते-बजते एक्जिट पोल दिखाना शुरू कर देंगे.
जाहिर है सभी की निगाहें मतदान के समय किये जानेवाले इन सर्वेक्षणों पर होंगी, क्योंकि हर कोई यह जानना चाहता है कि बहुप्रचारित ‘मोदी सरकार’ आ रही है या नहीं.
लेकिन एक्जिट पोल कितने भरोसेमंद होंगे इस का फैसला 16 मई को चलेगा जब नतीजे सामने आयेंगे.
अकसर भरोसेमंद नहीं होते एक्जिट पोल
अभी ताजा मिशाल 2012 के उत्तर प्रदेश विधानसभा का है जब सारे एक्जिट पोल गलत साबित हुए. इन तमाम एक्जिट पोल में समाजवादी पार्टी को बड़ी पार्टी तो बताया पर किसी ने यह नहीं कहा कि सपा की बहुमत से सरकार बनेगी. तमाम चैनलों ने भविष्वाणी की असेंबली हंग होगी लेकिन चुनाव नतीजे आये तो सपा को पूर्ण बहुमत मिला.
हालांकि कई बार एक्जिट पोल सच भी साबित हुए .अगर पिछले साल हुए चार राज्यों में चुनावों की बात करें, तो एग्जिट पोल राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सही थाह लगाने में सफल रहे. इन राज्यों में अनुमान के मुताबिक भाजपा ने अच्छा प्रदर्शन किया. हालांकि सभी के सर्वेक्षणों में सीटों की संख्या में काफी अंतर रहा.