उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी को विकास के मुद्दे पर राजनीति नहीं करने की नसीहत देते हुए कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव परिणाम के सदमें से नहीं उबर पाने के कारण मोदीजी अब तथ्यों को भी नकारने लगे हैं।
श्री यादव ने कहा कि विधानसभा चुनाव का परिणाम घोषित हुए एक साल होने वाला है, लेकिन सुशील कुमार मोदी करारी हार के दर्दनाक सदमे को भूल नहीं पाए है। यह हार पल-पल भाजपा में उन्हें अपनी हैसियत से रु-ब-रु कराती रहती है। भाजपा नेता के क्रियाकलापों से तो ऐसा प्रतीत होता है कि शायद यह शर्मनाक हार उन्हें रातों को सोने भी नहीं देती। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदीजी का मानसिक संतुलन इतना गड़बड़ा गया है कि वे अपनी ही कही बातों में खुद उलझ जाते है। एक दिन पहले कहते है कि बिहार में कोई विकास कार्य नहीं हो रहे और अगले दिन कहते है कि छपरा, हाजीपुर और वैशाली ज़िलों में विकास की गंगा बह रही है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मोदीजी के मनोस्थिति का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा नीत सरकार के मंत्रियों रामविलास पासवान और राजीव प्रताप रूड़ी के संसदीय क्षेत्रों में राजनीति से ऊपर उठकर राज्य सरकार द्वारा कराये जा रहे विकास कार्यों का खुलकर विरोध कर रहे है, क्योंकि वो नहीं चाहते कि भाजपा में कोई उनसे अच्छा काम करें।
श्री यादव ने कहा कि केंद्रीय मंत्री जब विकास कार्यों में बिहार सरकार के सहयोग एवं सहभागिता की प्रशंसा करते है तो सुशील मोदी खुद को हाशिये पर पाते है, क्योंकि इससे इनको अपने मनमाफिक नकारात्मक खबर रूपी खुराक नहीं मिलती।