चुनाव आयोग ने बिहार में विधानसभा का चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष कराने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि इस बार राज्य में पिछले चुनावों से ज्यादा केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बल की तैनाती होगी ।
मुख्य चुनाव आयुक्त डा. नसीम जैदी ने दो दिनों तक चुनाव तैयारियों की समीक्षा करने के बाद पटना में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राजनीतिक दलों ने सभी मतदान केन्द्रों पर केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती करने की मांग की है। इस बारे में गृह मंत्रालय से विचार के बाद निर्णय लिया जायेगा, लेकिन इतना तय है कि इस बार राज्य में पिछले चुनावों से ज्यादा केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बल की तैनाती होगी। डा. जैदी ने कहा कि अधिकारियों को हर हाल में सांप्रदायिक सौहार्द का माहौल बनाये रखने का निर्देश दिया गया है ।
उन्होंने कहा कि कमजोर वर्गो, अल्पसंख्यकों और अनुसूचित जाति-जनजाति को डराने वालों पर सख्त कार्रवाई करने, असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार करने तथा अवैध हथियार और शराब को जब्त करने का निर्देश दिया गया है । इसके साथ ही यह भी निर्देश दिया गया है कि जिन लोगों को डराया धमकाया जा रहा हो उन्हें पर्याप्त सुरक्षा उपलब्ध करायी जाये । मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि आयोग का प्रयास होगा कि केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल हो । इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे यह सुनिश्चित करेंगे कि उपलब्ध कराये गये केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों को बैठाकर नहीं रखा जाये । उन्होंने कहा कि कोशिश होगी कि हर मतदान केन्द्र पर केन्द्रीय अर्द्ध सैनिक बलों की तैनाती हो । डा. जैदी ने कहा कि अधिकारियों को चुनाव के समय शराब और नगद राशि को लेकर ज्यादा सतर्क रहने को कहा गया है।