पैक्स चुनाव को लेकर मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने सभी डीएम को निर्देश दिया था कि पैक्स की मतदाता सूची में हर घर से एक व्यक्ति का नाम जरूर हो, ताकि कभी आरक्षण देने की बात आये तो उपयुक्त व्यक्ति नहीं मिलने की शिकायत नहीं रहे। इसके बावजूद मतदाता सूची में संशोधन नहीं किया गया और अपूर्ण मतदाता सूची के आधार पर चुनाव की तैयारी चल रही है। ऐसी शिकायत आम है।
प्रशासन इस मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है, जबकि ग्रामीण नाम जोड़ने को लेकर उग्र हो रहे हैं। ऐसा ही मामला समस्तीपुर जिले में आया, जब ग्रामीणों ने एक बीडीओ की जमकर पिटाई कर दी। जिले के उजियारपुर प्रखंड के बीडीओ भृगुनाथ सिंह की चैंबर में घुस कर ग्रामीणों ने पिटाई कर दी। बीडीओ की पिटाई करने के बाद आरोपी कार्यालय के दस्तावेजों को भी फाड़ डाले। विरनामा गांव के एक दर्जन से अधिक लोग बीडीओ के चैंबर में जाकर यह आरोप लगाने लगे कि उनका नाम पैक्स मतदाता सूची में जानबूझ कर छोड़ दिया गया है। बीडीओ उन्हें समझाने की कोशिश कर रहे थे, तभी लोग उग्र हो गये और बीडीओ की पिटाई कर दी। घटना को अंजाम देने के बाद लोग फरार हो गये।
घटना से नाराज प्रखंड के कर्मी कलमबंद हड़ताल कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बीडीओ को स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार कराया गया। मौके पर दलसिंहसराय के डीएसपी पंकज कुमार ने पहुंच कर मामले की जांच की और जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन कर्मियों को दिया। इस मामले में उजियारपुर थाने में हमलावरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। घटना के बाद प्रशासनिक हल्के में बेचैनी है। आरोपियों की तलाश हो रही है।