सत्ता का नशा जब सर चढ़ कर बोलता है तो लोगों के पैर जमीन पर नहीं रहते. लेकिन सत्ता का रुतबा काम न आये तो जमीन पर लेट कर पुलिस से अपनी बात मनवाने का पैतरा इन विधायक महोदय ने कैसे खेला.
दर असल मामला पटना के मौर्य लोक कम्पलेक्स का है. जहां कांग्रेसी एमएलसी रामंचद्र भारती का भतीजा अपनी कार से पहुंचा. वहां पहले से मौजूद कुछ लोगों ने जहां अपनी कार पार्क कर रखी थी, उनसे ये उलझ गये. बात कहासुनी से आगे बढ़ी और हाथापाई तक पहुंच गयी.
इसके बाद विधायक के भतीजे ने सत्ता की धौंस दिखायी और वहां मौजूद लोगों को देख लेने की बात की. मामला कोतवाली पुलिस में पहुंचा. पुलिस ने कोशिश की की मामले को बातचीत से सलटा दिया जाये. लेकिन ममले की जानकारी जब एमएलसी तक पहुंची तो वह कोतवाली आ धमके. उन्होंने अपने रिश्तेदारों को बचाने और दूसरे पक्ष पर केस करने के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया.
दूसरे पक्ष के लोगों ने भी अपनी बात पुलिस के सामने रखी. ऐसे में पुलिस ने जब यह महसूस कर लिया कि एमएलसी के रिश्तेदार का पक्ष कमजोर है तो उसने एमएलसी से कहा कि इस मामले को तूल न दे. लेकिन एमएलसी रामचंद्र भारती अपनी जिद्द पर अड़े रहे. और जमीन पर लेट कर अपनी बात मनवाने की कोशिश करने लगे.
शनिवार की देर रात तक यह सब चलता रहा. तब तक इस बात की खबर मीडिया को भी लग गयी. पत्रकार नीतीश कुमार ने एमएलसी रामचंद्र भारती की लोट-पोट वाली तस्वीर उतार ली. इस तस्वीर को पत्रकार रविशंकर उपाध्याय ने अपने फेसबुक पर डाल दी. रात एक बजे तक विधायक थाने में डटे रहे. लेकिन आखिर में काफी मान-मनव्वल के बाद मामला शांत हुआ और दोनों पक्ष के लोग अपने घर गये.
विधायक रामचंद्र भारती की यह तस्वीर फेसबुक पर आने के बाद उनकी तीखी आलोचना हो रही है. दानिश रिवान ने उनकी निंदा करते हुए लिखा है कि विधायक के रिश्तेदारों ने साहित्यकारों और रंगकर्मियों पर धौंस दे रहे थे. गौरीशंकर सिंह ने लिखा है कि 80 प्रतिशत नेताओं की यही हकीकत है.