उत्तर प्रदेश के अमेठी में एक पुलिस चौकी इंचार्ज रिश्वत में मिले 13 हजार रुपये आखिर कैसे वापस करने पड़ेऔर फिर उसके बाद क्या हुआ ?
लखनऊ से परवेज आलम
यह मामलाअमेठी जिले के गाँव ओटिया, पुलिस चौकी इन्होना का है. वहां के चौकी इंचार्ज महेश चंद्र ने एक ठेकेदार ताज मोहम्मद उर्फ तजऊ को हरा पेड़ काटने पर पकड़ लिया. तजऊ को हिरासत में डालने के नाम पर डराया गया. और मजबूर करके उससे 15 हजार रुपये लेकर छोड़ा गया.
इस मामले में नफीस, ठेकेदार तजऊ सहित तमाम लोगों के वीडियो रिकॉर्डिंग उपलब्ध हैं
लेकिन तजऊ ने इसकी शिकायत बड़े अफसरों से की. जैसे ही यह खबर वरिष्ठ आईपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर को मिली तो उन्होंने आईजी ज़ोन लखनऊ सुभाष चंद्रा से शिकायत की. शिकायत मिलते ही चौकी इंचार्ज के होश ठिकाने आ गये और उन्होंने तजऊ को 13 हजार रुपये वापस तो कर दिये लेकिन 2 हजार यह कहते हुए रख लिए कि वह चौकी का ‘रेट’ है.
दरअसल ओटिया गाँव के नफीस खान द्वारा एएसपी मुन्ना लाल और एसपी अमेठी हीरा लाल को इस मामले की जानकारी देने पर कार्यवाही करने की जगह ठेकेदार से बढ़ी धनराशि वसूल कर मामले को रफादफा करने का प्रयास किया गया था जिस पर नफीस ने अमिताभ ठाकुर से शिकायत की थी.
ठाकुर ने आईजी ज़ोन से शिकायत करने के साथ मौके पर जा कर जांच की थी जिसके बाद चौकी इंचार्ज ने 13 हजाररुपये वापस कर दिए पर साथ ही नफीस और ठेकेदार पर अपना बयान बदलने का भी दवाब बनाया. ये बातें जानकारी में आने पर ठाकुर ने अब डीजीपी ए एल बनर्जी को इन तथ्यों से अवगत कराते हुए अपने स्तर से जांच कराने की मांग की है.