छपरा में हुए रेल दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को कम मुआवजा देने पर नीतीश कुमार ने सवाल किया है कि मुआवजे की राशि 5 लाख के बजाये 2 लाख रुपये क्यों की गयी ?
उन्होंने कहा कि अब तक यह परंपरा रही है कि रेल हादसे में मरने वालों के आश्रितों को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाता है, फिर यह राशि कम क्यों की गई? उन्होंने इस मामले पर रेल मंत्री और केंद्र सरकार से सफाई देने की मांग की.
उधरा बिहार के मुख्यमंत्री ने भी केंद्र सरकार पर इशारों-इशारों में हमला बोला है . जीतन राम मांझी ने मृतकों के आश्रितों को मुआवजे के तौर पर दो-दो लाख रुपये की घोषणा के बारे में कहा कि पूर्व में ऐसी घटनाओं में मरने वालों के आश्रितों को पांच-पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया गया है उन्होंने कहा कि उन्होंने इस संबंध में रेल मंत्री से बात की है.
ज्ञात हो कि छपरा के निकट डाउन राजधानी एक्सप्रेस के पटरी से उतर जाने के कारण 4 लोगों के मरने की खबर है जबकि 9 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं.
पटना में पत्रकारों से बातचीत में मांझी ने कहा कि रेलवे की ओर से इस मामले में कोई चूक हुई है। साथ ही उन्होंने कहा कि इसकी जांच कराई जानी चाहिए, अगर जांच में प्रशासनिक लापरवाही की बात सामने आएगी तो हम भी अपने स्तर से कार्रवाई करेंगे। उन्होंने इस हादसे में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए प्रत्येक मृतक के आश्रितों को मुआवजे के तौर पर 50-50 हजार रुपये दिए जाने की घोषणा की।
इस बीच बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने कहा कि इसकी जांच होनी चाहिए और जो लोग दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.